Apr 11, 2016

स्मृति ईरानी के नाम एक भाजपा समर्थक छात्र का खुला ख़त

माननीय स्मति ईरानी जी
मानव संसाधन विकास मंत्री
भारत सरकार
महोदया,
सबसे पहले तो आपको अवगत कराना है कि मैं भाजपा का दीघर्कालिक समर्थक रहा हूं. जबसे मैने राजनीति में दिलचस्पी लेना शुरू किया मुझे सारी पार्टियों में भाजपा ही सबसे ज़्यादा लोकतांत्रिक और बेहतर विकल्प दिखाई दी. मगर आज हैदराबाद केन्द्रीय विश्वविद्यालय में छात्रों के साथ प्रशासन जिस तरह का अमानवीय और अलोकतांत्रिक सुलूक कर रहा है इससे मैं बहुत आहत हूं. एक भाजपा समर्थक होते हुए भी मैं उच्च शिक्षा और विद्यार्थी हित को लेकर भाजपा की नीतियों से बिल्कुल संतुष्ट नहीं हो पा रहा हूं, और सिर्फ मैं ही नहीं बल्कि मेरे जैसे सैंकड़ों भाजपा समर्थक छात्र हैं जो उच्चशिक्षा, छात्र-अधिकार, नॉन-नेट फैलोशिप और हैदराबाद सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी के मामले में पार्टी की नीतियों से असंतुष्ट हैं. क्योंकि इन सभी मुद्दों पर भाजपा का पक्ष संतोषजनक और स्पष्ट नहीं रहा है.

आपका ये समर्थक आपसे जानना चाहता है कि नॉन-नेट फेलोशिप बढ़ाने के मामले में फिलहाल सरकार का क्या स्टैण्ड है. इससे पहले फेलोशिप बढ़ाने के लिए किए गए निवेदन के जवाब में एक आधिकारिक पत्र में इसे बंद करने की घोषणा की गयी थी. नॉन-नेट फेलोशिप बंद होने से हज़ारों ग़रीब छात्रों के जीवन पर सीधा सीधा असर पड़ेगा. पहले ही ये बहुत कम थी, लंबे समय से विद्यार्थी इसे बढ़ाने की मांग कर रहे थे. जिस देश में उच्च शिक्षा तक अभी भी चुनिंदा लोग ही पहुंचते हों, उसमें नॉन-नेट फेलोशिप किस आधार पर बंद की गयी ? इसके बाद मैं आपसे जानना चाहूंगा कि हैदराबाद सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी में वीसी के नेतृत्व में छात्रों का जिस तरह से बर्बर दमन किया जा रहा है, जिस तरह से उनकी बिजली, पानी, खाने और इंटरनेट तक की सुविधाएं बंद करके विश्वविद्यालय को कैदख़ाना बनाया गया, उस पर आपका क्या पक्ष है. वे छात्र हैं, आतंकवादी नहीं. क्या आपने वहां के कुलपति अप्पा राव से इस अमानवीय कार्यवाही पर जवाब तलब किया ? पिछले कुछ सालों में भारत के अलग अलग विश्वविद्यालयों में रोहित वेमुला सहित कई छात्रों ने प्रताड़ना के चलते आत्महत्या की है, मेरा आग्रह है कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए छात्रों के साथ न्याय किया जाए. एक शैक्षणिक संस्थान में अलग अलग विचारधारा के छात्र हो सकते हैं, हो सकता है इनमें से कुछ मुझसे या आपसे सहमत न हों मगर छात्र-हित हर हाल में विचारधारा से बड़ी चीज़ है, इससे जुड़े मामलों में सारे छात्र एक साथ खड़े दिखाई देते हैं. जैसे इस वक्त नॉन-नेट फेलोशिप और हैदराबाद सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी के मुद्दे पर खड़े हैं. छात्र भाजपा पर लगातार छात्र-विरोधी होने का आरोप लगा रहे हैं, जिसके चलते मेरे जैसा भाजपा समर्थक छात्र निराश होता है.
अत: आपसे विनम्र निवेदन है कि इन सब मामलों में अपना पक्ष साफ करें और इन पर उचित कार्यवाही करते हुए छात्रों को न्याय प्रदान करें ताकि अगर भाजपा में उनका विश्वास नहीं है तो पैदा हो और अगर है तो बना रहे.
भवदीय,
शिवेन्दु कुमार राय
पीएचडी स्कॉलर
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा


Thanks and Regards,

Shivendu Kumar Rai
Research Scholar, PhD
Mass Communication,
Department of Mass Communication,
M.G.A. Hindi Vishwavidyalaya,
Gandhi Hills, Wardha
Maharashtra- 442001
Mobile- +91-8964028587, +91-9822374290
Email- shivendu_rai@yahoo.com






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