Jun 3, 2016

आज़ादी दिलाने और देश के नव निर्माण में हिंदी पत्रकारिता का योगदान अतुलनीय


ग्वालियर। ग्रामीण पत्रकारिता विकास संस्थान द्वारा हिंदी पत्रकारिता दिवस पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जनसम्पर्क विभाग के संयुक्त संचालक श्री डीडी शाक्यवार और मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार श्री  राजेंद्र श्रीवास्तव थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान  अध्यक्ष और वरिष्ठ पत्रकार  देव श्रीमाली ने की। संगोष्ठी में " स्वतंत्रता आंदोलन और देश के नव निर्माण में हिंदी पत्रकारिता की भूमिका " विषय पर बोलते हुए मुख्य  अतिथि श्री शाकयवार ने सभी को हिंदी पत्रकारिता दिवस की बधाई दी। उन्हों कहाकि स्वतंत्रता के आंदोलन के दौरान हिंदी पत्र पत्रिकाओं और पत्रकारों ने बहुत महती भूमिका निभाई। और देश को आगे ले जाने में  योगदान अतुलनीय है। उन्होंने कहाकि देश में बड़ी आबादी हिंदीभाषी है ,इन तक सरकारी योजनाएं पहुंचाने के मामले में हिंदी पत्रकारिता पुल का काम करती है।


मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार श्री राजेंद्र श्रीवास्तव ने हिंदी के पहले अखवार उदन्त मार्तण्ड के प्रकाशन से लेकर आज तक की हिंदी पत्रकारिता की यात्रा पर प्रकाश डाला और कहाकि देश की आज़ादी की लड़ाई से लेकर देश की विकास यात्रा तक में हिंदी पत्रकारिता का योगदान भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने हिंदी के आह्वान किया कि हिंदी पत्रकारिता को और  आगे बढ़ाने का काम करे ताकि जैसे हम पुरानी पीढ़ी के पत्रकारों को याद करते है वैसे ही आगे की पीढ़ियां हमें याद करें।

वरिष्ठ पत्रकार और ग्रामीण पत्रकारिता विकास संस्थान के अध्यक्ष श्री देव श्रीमाली ने कहाकि आज़ादी की लड़ाई में हिंदी पत्रकारिता और पत्रकारों ने एक सिपाही की तरह काम किया। वह मिशन की पत्रकारिता थी लेकिन स्वतंत्रता के पश्चात वह नव निर्माण में लग गयी। लोगों को जागरूक कर उन्हें रूढ़ियों से मुक्ति दिलाने का काम किया। संस्कृति के संरक्षण से लेकर आम आदमी की आवाज़ बनकर उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए सरकारों को बाध्य किया। संविधान में स्थान न होने के बावजूद वह लोकतंत्र का सबसे सशक्त पाया बन गया। साहित्य्कार और पत्रकार राजेश अवस्थी लावा ने कहाकि हिंदी पत्रकारिता देश में सबसे सशक्त और भरोसेमंद है। दुर्भाग्य से सरकारें इसकी उपेक्षा करती है लेकिन हिंदी का प्रभाव रथ न रुका है और न ही रुकेगा।

सञ्चालन कर रहे वरिष्ठ पत्रकार जावेद खान ने कहाकि आज हिंदी पत्रकारिता एक ताकत बन गयी है लेकिन हिंग्लिश का हमला चिंताजनक है और हिंदी पत्रकारिता में अनावश्यक रूप से अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग दुखद है इससे बचना चाहिए।  कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ हुआ। तदुपरांत तेजपाल सिंह,नासिर  गौरी तेजपाल सिंह  और महेश शिवहरे ने अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। अंत में आभार प्रदर्शन रवि शेखर ने किया। कार्यक्रम में पंकज श्रीमाली ,लोकेंद्र पाल ,रवि सिकरवार ,राजेश मंगल ,अभिलाष सहित बड़ी संख्या में पत्रकार मौजूद थे।

देव श्रीमाली
ग्वालियर
मो. 09826087730

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