Jan 20, 2016
उत्तराधिकार काव्य संग्रह का लोकार्पण
मुंबई विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में डॉ. राजम नटराजन पिल्लै कृत उत्तराधिकार काव्यसंग्रह का नंदकिशोर नौटियाल के हाथों लोकार्पण संपन्न हुआ। इस मौके पर श्री. नौटियाल जी ने कहा कि राजम की कविताएं स्त्री और पुरुष विमर्श से अलग हटकर मानवीय विमर्श की कविताएं हैं। कार्यक्रम के आरंभ में हिंदी विभाग के प्रोफेसर एवं अध्यक्ष डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय ने अतिथियों का स्वागत करते हुए अपनी प्रस्तावना में कहा कि राजम की कविताओं का तेवर वैचारिक है। इनमें समूची भारतीय परंपरा के प्रति आलोचनात्मक नजरिया है।
ये कविताएं प्रति स्त्री विमर्श रचती हैं। इस पुस्तक पर डॉ. माधव पंडित, डॉ. मंजुला देसाई, डॉ. शशि मिश्रा, डॉ. जे. पी. बघेल, प्रा. दिनेश पाठक तथा प्रमिला शर्मा ने अपने मंतव्य प्रस्तुत किए। डॉ. राजम ने अपना मनोगत व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. सचिन गपाट ने किया और हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. सुनील वलवी ने आभार ज्ञापित किया। इस अवसर पर भारी संख्या में प्राध्यापक, साहित्यकार एवं छात्र मौजूद थे।
डॉ.करुणाशंकर उपाध्याय
प्रोफेसर एवं अध्यक्ष हिंदी विभाग
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