मुख्यमंत्री सहित पुलिस के आला अधिकारियों को मेल कर सामाजिक कार्यकर्ता ने किया कार्यवाही की मांग
खेत रख दिया गया रेहन व सूद पर लिया गया है कर्ज-
जय राम यादव ने बताया कि वैसे भी कुछ विस्वा ही खेत है जिसे रेहन रख दिया गया है तथा व्याज पर कर्ज लेकर इलाज का पैसा चुकता किया गया है। कुछ रिश्तेदारों ने भी इलाज में मदद किया। अब डाक्टर बिना पैसा लिये अस्पताल से छुटटी करने को तैयार नहीं हैं। वे अमानवीीय व्यवहार के साथ गाली गलौज की भाषा का भी प्रयोग कर रहे हैं।
दो साल पहले हो चुकी है भाई की हत्या-
जय राम के छोटे भाई योगेश की दिन दहाडे हत्या 2 जुलाई 2014 को अपराधियों द्वारा कर दी गयी। पुलिस की पकड से बाहर उन्हीं अपराधियों द्वारा पुन:घटना को अंजाम दिया गया। तीनो को गोली मारने का अपराध शादियाबाद थाने में भा0द0वि0 की धारा 307 के तहत दर्ज तो है किन्तु मुख्य अपराधी अभी भी पुलिस की गिरुफत से बाहर है।
राज्यपाल, मुख्यमंत्री व शासन सहित पुलिस के उच्चाधिकारियों को ई-मेल पर पूरी घटना की जानकारी देते हुये सामाजिक कार्यकर्ता ब्रज भूषण दूबे ने तत्काल सभी घायलों को नर्सिंग होम से मुक्त कराने एवं दोषियों के विरूद्ध प्रभावी कानूनी कार्यवाही करने की मांग की। संगठन के प्रवक्ता गुल्लू सिंह यादव, मनोज तिवारी, रूद्रेश कुमार निगम, अवधेश यादव, लल्लन यादव, जावेद अहमद, नागेन्द्र एवं अनूप मिश्र ने कहा कि यदि निजी नर्सिंग होम का संचालक पीडितों को मुक्त नहीं करता है तो नर्सिंग होम के सामने धरना दिया जायेगा तथा भिक्षाटन से इलाज की रकम इकटठी की जायेगी।
भवदीय-ब्रज भूषण दूबे
सामाजिक कार्यकर्ता
मु0-सिकन्दरपुर पो0-पीर नगर
गाजीपुर। 9889474889, 9452455444
दिनांक-29 जून 2016
उगाही, ब्लैकमेल, आय से अधिक संपत्ति की गोपनीय जांच में दोनों दोषी पाए गए। शाह ने 3 साल में 50 लाख की कोठी बना ली। तीन ac लगे हैं। मकान का बिजली बिल ही रुपये मासिक है, जबकि इतनी ही इनकी सेलरी थी। pd इससे भी बढ़कर है। बिजली और स्वास्थ्य विभाग को लूटा। pd को गंभीर आरोपो में पहले हिंदुस्तान से भी निकाला जा चुका है। बिजली विभाग से pd के पिताजी सेवानिवत्त हैं। इस कारण विभाग के सारे राज पता लग जाते थे। कई जेई हैं, जिन्होंने इसे लाखो रिश्व्त देने की जगह अपना तबादला करा लिया। pd दवाब बनाने में माहिर है। इसके लिए दूसरे अखबारों में भी अपने मित्र पत्रकारों से भी खबरे छपवा दबाव बनाता है। दो-तीन अखबारों में एक ही खबर छपने पर संबंधित अधिकारी अधिक दवाब में आ जाता है। जिससे ब्लैकमेल करने में आसानी होती है। जिन लोगों के काम अटके होते हैं, उहें सुविधा शुल्क लेकर कराने में दोनों को महारथ हासिल है। pd साल में 2 बार बाइक बदल देता है। कार रखता है। कुछ माह पहले उसके पुत्र का जन्मदिन उसके ग्रह नगर बुलनंदशहर के जहांगीराबाद में मना था। इसमें उसके डर से जिले का हर बडा सरकारी और निजी डॉक्टर मोटे लिफाफे के साथ पहुँचा था। जन्मदिन कार्यकर्म में मोटे पैसे देकर रशियन डांसर बुलाई गई थीं। देशी-विदेशी दारू की नदी बही थी। पिछले दिनों pd ने जिले के दूसरे अखबार के साथिओं के साथ हवाई यात्रा के साथ पर्यटन किया था। इसका प्रायोजन एक बिल्डर ने किया था। इस बिल्डर जैसो केे पैसे पर साल भर मस्ती करते हैं। गोपनीय जांच में इन सब आरोपो की पुष्टि होने पर ही उजाला ने दोनों को निकाला। दोनों ने आय से अधिक् संपत्ति के आरोप पर इसे घर वालों के माध्यम से मिला धन बता बचाव का प्रयास किया, लेकिन उनकी एक न चली। सवाल है कि इतने बड़े पैसे वाले हैं तो आठ हजार रुपल्ली की नौकरी क्यो करने को इतने आतुर हैं। इसी के साथ दोनों बुलनंदशहर छोड़ना भी नहीं चाहते। सच तो यह है कि इन दोनों से बैनर छीनने से जिला बुलंदशहर के लोगों को राहत मिली है।
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