May 25, 2016

आरुषि के 22वें जन्मदिन पर राज महाजन का संगीतमय तोहफा

14 वर्षीया चाहत ने लिखा और गाया आरुषि के लिए गाना, मोक्ष म्यूजिक कंपनी ने किया पुरे विश्व में गाने को रिलीज़ 

कहते हैं अंतरात्मा दोषी है माना पापा, इल्ज़ाम क्यों उनपे लगाया गया, मुजरिम उन्हें ही क्यों बनाया गया, भगवान तू ही है बता, क्यों दी उनको ये सज़ा. वैसे तो ये सिर्फ चंद लाइन हैं जिन्हें किसे ने गाया तो ये गाना बन गया, लेकिन वास्तविकता कुछ और ही कहती है. ये एक ऐसी बेटी की गुहार है जो अब इस दुनिया में नहीं है और उसके खून के इलज़ाम में उसी के अपने माता-पिता जेल में कैद हैं. विडंबना तो देखिये जिन्होंने पैदा किया क्या वो मार सकते हैं वो भी अपनी एकलौती औलाद को? इस सवाल पर सबके मुंह पर ताले लग जाते हैं.


आरुषी, चौदह साल की एक खिलखिलाती प्यारी सी बच्ची. जिसके माँ-बाप (राजेश तलवार-नुपूर तलवार) ने उसे बड़े ही लाड़–प्यार से पाला–पोसा. ज़िन्दगी परियों सी चल रही थी लेकिन अचानक सब बिखर गाया. वो परी चली गयी इस दुनिया से. उसकी मौत के दो दिन बाद ही उसका जन्मदिन था, जिसकी उसने पूरी तैयारी कर ली थी. वो भयानक रात आई और आरुषी के साथ-साथ तलवार परिवार की सारी खुशियों को हमेशा के लिए काला कर गई. तहकीकात शुरू हुई क्यूंकि ये एक नहीं डबल-मर्डर केस था. दिनों की तहकीकात हफ़्तों में बदली, हफ़्तों से बन गए महीने और महीनों ने मिलकर बना दिए साल. आज उसकी मौत के 8 साल बाद भी कुछ नहीं बदला, दुनिया उसी तरीके से चल रही है. बदली है तो आरुषी के माँ-बाप की ज़िन्दगी जो आज भी जेल के साये में है और ना जाने कब तक ऐसे ही चलती जायेगी. इस पूरे मामले को मीडिया ने उस वक्त की सबसे बड़ी ख़बर बना दिया और आज भी उस केस से जुड़ी कोई भी ख़बर आती है तो मीडियाई गलियारों में हडकंप सा मच जाता है. हिंदुस्तान की सबसे बड़ी डबल मिस्ट्री बनकर रह गयी आरुषी और हेमराज की मौत.

इस घटना के 8 साल बीत जाने के बाद भी आरुषी की आत्मा शायद अभी तक न्याय के लिए तडप रही है. उस वक्त किसी ने तलवार दम्पत्ति की बातों का यकीं किया जाँच-पड़ताल में दोनों को कसूरवार मानकर कातिल का ठप्पा लगाकर भेज दिया जेल. लेकिन आज शायद आरुषी के एहसास को आवाज़ मिल गई, वो शायद जानती है की असली गुनेहगार कौन हैं. उसके एहसास  को आवाज़ देने वाली लड़की का नाम है चाहत मल्होत्रा. लखनऊ की रहने वाली 14 साल की चाहत ने जब इस केस के बारे में सुना तो दंग रह गयी. बार-बार एक ही बात उसके जेहन में आने लगी “नहीं माँ-बाप दोषी नहीं है, बेकसूर हैं, आरुषी को न्याय मिलना चाहिए”. बस इसी बात को उसने शब्दों का रूप दे दिया और आज आपके सामने है आरुषी की मन की बात चाहत की आवाज़ में. एक संस्था Justice Now की मदद से आज चाहत आरुषी की बात सबके सामने रखने जा रही है और इसे पूरी दुनिया तक पहुंचाने की जिम्मा लिया है राज महाजन और मोक्ष म्यूजिक ने. चाहत का लिखा ये गाना “सज़ा- कहते हैं अंतरात्मा” पूरी दुनिया के सामने जिसे रिलीज़ करने जा रही है मोक्ष म्यूजिक कंपनी. चाहत और राज महाजन का ये कदम आरुषी के लिए श्रधांजलि है. इसे गाया और लिखा है चाहत ने. इस बारे में चाहत कहती हैं “कोई भी माँ-बाप अपनी औलाद के दुश्मन नहीं होते. जो पैदा करता है वो कभी मार ही नहीं सकता, वो भी आरुषी जैसी लड़की को. इस बारे में जानकर मैं काफी हैरान हो गई जब पता लगा डबल मर्डर में आरुषी के माँ-बाप को ही गुनेहगार बना दिया गया है. उन्होंने अपनी एकलौती बेटी खोई है. उनके दर्द को कोई नहीं समझ सकता. मैं यह नहीं जानती की किसने किया और क्यूँ किया लेकिन इतना जानती हों और मेरा दिल भी कहता की तलवार दम्पति निर्दोष हैं और शायद आरुषी भी यही चाहती है की गुनेह्गारों को सज़ा मिले ताकि उसे न्याय मिले. यह गाना मेरी एक छोटी सी कोशिश है यह एहसास दिलाने की आरुषी के माँ-बाप बेगुनाह हैं. राज सर का मैं थैंक यू करती हूँ आज उन्ही की वजह से आरुषी के मन की बात पूरी दुनिया जान पाएगी”.

इस बारे में राज महाजन (खुद भी एक समाजसेवी हैं) कहते हैं, “सच में ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण बात है. माँ-बाप अपने बच्चों से बहुत प्यार करते हैं. वो कभी उन्हें कोई नुक्सान नहीं पंहुचा सकते तो मर्डर करने की बात कहाँ से सामने आती है. मैं चाहत के इस कदम की काफी सरहना करता हूँ और ये उम्मीद भी करता हूँ कि शायद इस गाने से आरुषी और उसके माता-पिता को न्याय मिलने का कोई रास्ता निकल जाए. कल ये गाना पूरी दुनिया की पहुँच में होगा. मैं और मेरी कंपनी इस कदम में आरुषी के साथ है. इसके माध्यम से हम सिर्फ यह कहना चाहते हैं की हो सकता है जाँच में कुछ सुबूतों पर गौर करना रह गाया हो जिसकी वजह से माँ-बाप दोषी नज़र आ रहे हो. ऐसा मेरा मानना है. बाकी क़ानून अपना काम पूरी निष्ठा के साथ करता ही है.”.
आज आरुषी हमारे बीच नहीं है लेकिन कल उसके जन्मदिन पर ये इस गाने का रिलीज़ होना आरुषी के लिए हमारी तरफ से एक श्रद्धांजलि है.

वो नन्ही परी, जिसे पाला हाथों से
वो नन्ही परी, जिसे सींचा दूध से
हो गयी कत्ल रातों रात आरुषी
कर गयी खुशियों की खुदखुशी

Raj Mahajan gifts a song ‘Sazaa’ to Aarushi on her 22nd Birthday.

14-year old pens songs for Aarushi, Moxx Music releases the song worldwide.

She would have turned 22 on June 24. Life, however, dealt a blow Everything changed forever with her death. Even more tragic, her parents were accused, and convicted, of her murder. But the daughter, who is no more, seeks justice.  As the infamous Noida double murder case remains pending before the Allahabad high court and Rajesh and Nupur Talwar serve time in the Dasna Jail, another 14-year old, a class 9 student of La Martiniere College, Chahat Malhotra, has penned an appeal on Aarushi’s behalf in the hope that her parents finally get the time to cry their hearts out.

Raj Mahajan’s song which is penned by Chahat is a prayer pleading with the legal system, with desity with God, to spare her parents the extreme agony to absolve them, so that her soul rests in peace. She has sung it too and the video of the song, promoted by a social media based group ‘Justice Now’, has been uploaded on YouTube. The video will be made public on May 24, Aarushi’s birth anniversary.

“Music is an effective way to spread the message. A sound can go anywhere. I believe, Aarushi, whereever she is, must be listening to this song. This song will be voice the emotions of Aarushi. The Name of the Song is ‘Sazaa – Kehti Hai Antaratma’ and now available worldwide on all the digital music stores including iTunes, Saavn, Gaana, Soundcloud, Gaana24, binacatunes etc. I am expecting it to be an eye opener to the system.’”

“I had heard about the case and was touched. I felt that parents can never kill their own child. Then, I watched the movie Talvar, felt even more uncomfortable and tried to study the case. It was then that I thought of putting in my my efforts.”, says Chahat Malhotra, adding that she believes Aarushi’s parents should get justice.

“We also plan to approach law colleges in the country to spread awareness about the case. On Tuesday, our group member will hold candle light marches and pay floral trubutes in various parts of the country including Delhi, Bengaluru and Guwahati.” said group promoter Swati Bajpai, adding that supporters of the cause have planned an event in the US and UK as well.

“We hope that justice prevails and that the case hearing is expedited.” hope Swati.

The case had hogged limelight since May 16, 2008, when Aarushi was dead on her bed. The very next day, the Talwar’s domestic help Hemraj was found murdered on the terrace of Talwar’s Jalvayu Vihar flat in Noida.

Hope that Moxx Music Company’s musical gift for Aarushi will prove to be a tool in expedition of the case.

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