Jan 15, 2016

नाकोड़ा तीर्थ पर एक लाख से ज्यादा भैरव भक्तों की उपस्थिति, रंगीन रोशनी में बेहद भव्य सजा था समूचा तीर्थ



मुंबई। भगवान श्री पार्श्वनाथ जन्म कल्याणक दिवस के पावन अवसर पर विश्व
के महान चमत्कारी नाकोड़ा तीर्थ पर आयोजित पोषदशमी मेले में इस बार करीब
एक लाख से भी ज्यादा भैरव भक्तों ने भाग लेकर देवाधिदेव भैरव देव एवं
भगवान पार्श्वनाथ के दर्शन किए, पूजा अर्चना की एवं भक्ति करके अपनी
श्रद्धा का परिचय दिया। नाकोड़ा भैरव मंडल के मोती सेमलानी के मुताबिक इस
बार सबसे ज्यादा भैरवभक्त मुंबई से थे। पोषदशमी के अवसर पर लाखों रंग
बिरंगे बल्बों की जगमगाती रोशनी में नाकोड़ा तीर्थ की सुन्दरता का भव्य
नजारा इतना खूबसूरत था कि हर किसी को बरसों बरसों तक याद रहेगा।
नाकोड़ाजी के मुख्य मंदिर सहित संपूर्ण परिसर रंगबिरंगी रोशनी से जगमगा
रहा था। रात को यहां का नजारा देखने लायक था।


हर साल की तरह इस बार भी सबसे आगे बढ़कर सेवा, पूजा, दर्शन और भक्ति के
हर आयोजन में हिस्सा लेकर नाकोड़ा भैरव तीर्थ के प्रति अपनी आस्था का
प्रदर्शन किया।  नाकोड़ा भैरव मंडल के मोती सेमलानी के अनुसार नाकोड़ा
तीर्थ पर धूमधाम से संपन्न इस बार के पोषदशमी मेले में अमरीका, इंग्लैंड,
दुबई, सिंगापुर, हॉगकॉट, चीन आदि से भी सैकड़ों भक्त विशेष रूप से मेले
में भाग लेने नाकोड़ाजी आए थे। दुनिया भर के कई देशों के इन भक्तों सहित
भारत के विभिन्न शहरों व मुंबई के सहित वालकेश्वर भैरव मंडल, पायधुनी
भैरव मंडल,  नाकोडा दरबार मंडल,  भाईन्दर दरबार मंडल, बाल भैरव मंडल और
अन्य कई मंडलों व संस्थाओं से जुड़े हजारों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लेकर
भक्ति करके पार्श्व भैरव दरबार मे अपनी हाजरी लगाई। उन्होंने बताया कि
हजारों लोग तो दो दिन पहले से ही दर्शनार्थी यहां पहुंच गए थे। अनेक
तपस्वी विशेष रूप से मेले में आए थे। सेमलानी ने बताया कि इस बार के
पोषदशमी मेले में पधारे भैरव भक्तों में मनोज शोभावत, विकास मेहता, सुरेश
के शाह, सुकन परमार, जयन्ती दादू, जयेश मेहता, लक्ष्मीचंद टाटिया, नरेश
सिरोया, मुकेश मेहता, जितेश सिंघवी, अशोक गांधी, मोतीभाई सेमलानी आदि
प्रमुख भैरवभक्तों सहित कई प्रमुख लोग भी उपस्थित थे। जैन भक्ति संगीत के
क्षेत्र में जदिन लोगों का प्रमुख योगदान है, उनमें से संगीतकार
जितेन्द्र कोठारी, संजय रांका एवं दिलीप पुनमिया आदि की भी इस अवसर पर
प्रमुख उपस्थिति रही। मेले के आयोजन का लाभ अमरावती निवासी श्रीमति
अणसीदेवी नेमीचंदजी लूणिया परिवार ने लिया। उन्होंने बताया कि इस बार
मेले में हर व्यवस्था बहुत व्यवस्थित थी। मोती सेमलानी ने बताय़ा कि इतनी
बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने के बावजूद किसी को किसी भी
प्रकार की परेशानी नहीं हुई। सेमलानी में मेला व्यवस्था में सहयोग
करनेवाले सभी लोगों को आभार जताया है। नाकोड़ा तीर्थ पर आयोजित भैरव
भक्ति में अनेक प्रख्याति धार्मिक संगीतकारों ने संगीत का समां बांधकर
वहां पधारे हुए करीब एक लाख से भी ज्यादा भैरव भक्तो को मन्त्र मुग्ध कर
दिया। नाकोड़ा तीर्थ पर कवि सम्मेलन का आयोजन भी हुआ। जिसमें कई नामी
कवियों ने अपनी कविताओं के माध्यम से पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले
में शहीद हुए भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि दी।


                                       

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