Jan 14, 2016

पत्रकारों के बीमा हेतु सभी पत्रकार संगठित, बना महागठबंधन

लखनऊ के वो कौन साढे तीन सौ पत्रकार हैं जिनके जीवन बीमा पर प्रदेश सरकार 25 लाख रुपए सालाना खर्च करती है?


सिर्फ लखनऊ के साढे तीन सौ पत्रकारों के जीवन बीमा के लिए प्रदेश सरकार 25 लाख रुपए सालाना खर्च करती है। वे कौन जर्नलिस्ट हैं? सूचना के अध्किार के तहत मांगे गए सवाल का जवाब वर्षों से नहीं मिल सका है। अन्य जर्नलिस्टों को भी जीवन बीमा का लाभ देने के लिए प्रदेश के मुखिया अखिलेश यादव आदेश दे चुके हैं लेकिन बीमा का बजट सूचना विभाग में क्यों नहीं बढाया जा रहा है।


विकास दीप में आयोजित खिचड़ी भोज में लगभग दर्जन भर पत्रकार संगठनों के सौ से अधिक पत्रकार प्रतिनिधियों ने उपरोक्त सवाल पर मंथन किया। कई संगठनों के इस साझा बैठक में महागठबंधन की घोषणा कर पत्रकार नेताओं ने प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल से बीमा संबंधित मसले पर वार्ता का निर्णय किया। पारंपरिक खिचड़ी भोज से पूर्व गहन चर्चा में पत्रकारों के बीमा, आवास, चिकित्सा सुविधा आदि पर भी सार्थक निर्णय कराए जाने का संकल्प लिया गया।

इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के कई महत्वपूर्ण पत्रकार संगठन उपिस्थत थे जिसमें क्रमशः उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति समिति के दोनों गुट से पदाधिकारी अरुण त्रिपाठी, रुपेश सोनकर, नावेद शिकोह, अमिताभ त्रिवेदी, भारत सिंह, उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति (पंजीकृत) से अनिल त्रिपाठी, उत्तर प्रदेश जिला मान्यता प्राप्त पत्राकार एसोसियेशन से अब्दुल वहीद, जुबैर, नवभारत पत्रकार एसोसियशन से एस. के. शुक्ला, मान्यता प्राप्त पत्रकार समीति से मो. वसीम, डा. रमेश चन्द्रा यू. पी मीडिया एसोसियेशन, एक्रीडेटड वर्किंग जर्नलिस्ट न्यूज़ पेपर न्यूज़ एजेन्सी एसोसियेशन, भारत सिंह, लखनऊ जर्नलिस्ट एसोसियेशन, एस. एम. पारी मीडिया फोटोग्रार्स क्लब, यूनाइटेड पत्रकार एसोसियेशन आदि संस्थाओं ने पत्रकारों की बीमा हेतु संगठित होकर आल इंडिया पत्रकार एसोसियेशन के अध्यक्ष शशी नाथ दुबे के साथ इस मांग पर शासन से बातचीत का निर्णय लिया। आज के इस कार्यक्रम में अनेक वरिष्ठ पत्रकार डी. पी शुक्ला, आदित्य शुक्ला बंजारा, मो. कामरान, अमरेन्द्र सिंह, राजेश मिश्रा, अनूप, शाश्वत तिवारी, सचीन श्र्मा, दानिश जमील, खालिद गौरी, जुहैब तुराबी, मनोज मिश्रा, महेन्द्र सिंह, अजय वर्मा, गौरव सोनकर आदि उपस्थित थे।

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