विद्युत विभाग पर लगे वसूली के गंभीर आरोप
रामजी मिश्र 'मित्र'
यूपी के सीतापुर जिले में विद्युत विभाग के एक कर्मचारी द्वारा सालों से वसूली करके लोगों को ठगने का सनसनी भरा मामला सामने आ रहा है। विभाग के सारे अधिकारी मामले पर चुप्पी साध गए हैं। मामले के प्रकाश में आने के बाद सीधा सवाल उठता है विभाग के नाम पर की गयी वसूली की नैतिक जिम्मेदारी से अधिकारी आखिर कब तक मुह मोड़ेंगे। आपको बताते चलें कि सीतापुर जिले के महोली क्षेत्र में पड़ने वाले नेरी फीडर पर तैनात मुकेश नामक कर्मचारी पर क्षेत्र के ही देवरिया नामक गाँव के कुछ लोगों ने अवैध धन उगाही के आरोप मढ़े हैं। दरअसल अगर लोगों की माने तो मुकेश विद्युत विभाग के सारे काम चुटकियों में करा देने का दावा करके लोगों को झांसे में लेता था।
Apr 29, 2016
Apr 27, 2016
पत्रकारिता के अजातशत्रु हैं सलमान : प्रेम शुक्ल
वरिष्ठ पत्रकार सैयद सलमान का स्वर्णजयंती समारोह मनाया गया, व्यंग्यकार राजेश विक्रांत की पुस्तक 'बतरस' का विमोचन
मुम्बई : सैयद सलमान ने सामाजिक पत्रकारिता को नई उंचाइयां प्रदान की हैं। उन्हें मैं पहले पत्रकारिता के छात्र फिर टी वी पत्रकार और अब अध्यापक के रूप में देख रहा हूँ। हर भूमिका में वे अतुलनीय हैं। यह उदगार मुम्बई विश्वविद्यालय के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ रामजी तिवारी सोमवार की शाम हिंदी साप्ताहिक विकलांग की पुकार द्वारा आयोजित वरिष्ट पत्रकार सैयद सलमान के 50 वे जन्मदिन समारोह के अध्यक्ष के रूप में सांताक्रुज पूर्व के मौलाना आजाद हाल में व्यक्त किये।
मुम्बई : सैयद सलमान ने सामाजिक पत्रकारिता को नई उंचाइयां प्रदान की हैं। उन्हें मैं पहले पत्रकारिता के छात्र फिर टी वी पत्रकार और अब अध्यापक के रूप में देख रहा हूँ। हर भूमिका में वे अतुलनीय हैं। यह उदगार मुम्बई विश्वविद्यालय के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ रामजी तिवारी सोमवार की शाम हिंदी साप्ताहिक विकलांग की पुकार द्वारा आयोजित वरिष्ट पत्रकार सैयद सलमान के 50 वे जन्मदिन समारोह के अध्यक्ष के रूप में सांताक्रुज पूर्व के मौलाना आजाद हाल में व्यक्त किये।
Apr 26, 2016
'डेवलपमेंट फाइल्स' को सह सम्पादिका अंजू चौधरी ने अलविदा कहा
Amarendra Kishore : भरे मन से और दिल के कोने से निकली दुआओं के साथ विदाई। आज 'डेवलपमेंट फाइल्स' की सह सम्पादिका अंजू चौधरी ने अपनी बढ़ती हुई व्यस्तताओं की वजह से अपनी सेवा जारी रखने में असमर्थता प्रकट की है। अंजू बेहद ही समर्पित और लगनशील महिला हैं।
टूजी...थ्रीजी ...दामादजी.... : वाड्रा की जांच का नारा 2019 तक के लिए मुल्तवी जी!
Akhilesh Pratap Singh : टूजी...थ्रीजी ...दामादजी के जुमले पर तालियां पीटने वालों ने डीएलएफ से बीजेपी को करोड़ों का चंदा मिलने की खबर आने पर वाड्रा की जांच का नारा 2019 तक के लिए मुल्तवी कर दिया है......इनमें से कुछ ने वाड्रा को जीजाजी कहने के बारे में मंथन शिविर आयोजित करने का फैसला किया है...
चीन की एक घुड़की पर उइगुर नेता का वीजा रद्द होने के बाद साबरमती के तट पर झूला झूलने वालों के लिए यह शर्त खत्म कर दी गई है कि पहले वे सीने का नाप दें, फिर झूला झूलें......
चीन की एक घुड़की पर उइगुर नेता का वीजा रद्द होने के बाद साबरमती के तट पर झूला झूलने वालों के लिए यह शर्त खत्म कर दी गई है कि पहले वे सीने का नाप दें, फिर झूला झूलें......
भाजपा बुद्धं शरणम् गच्छामि
-एस.आर.दारापुरी, राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट
भाजपा जहाँ एक ओर दलितों को रिझाने के लिए डॉ. आंबेडकर को हथियाने में लगी है वहीँ अब वह बुद्ध को भी हथियाने का जुगाड़ कर रही है. इस सम्बन्ध में भाजपा ने एक “धम्म चक्र यात्रा” को सारनाथ से हाल ही में रवाना किया है जिस को राजनाथ सिंह ने हरी झंडी दिखाई थी. इस में एयर कंडीशंड बसें तथा इन्नोवा कारें लगायी गयी हैं. इस यात्रा के मुखिया राज्य सभा के पूर्व सदस्य भंते डी. धम्मवीरियो हैं जो कि काफी तिकड़मी हैं और पूर्व में लालू प्रसाद यादव के साथ थे परन्तु अब सत्ताधारी पार्टी के साथ आ गए हैं. इस यात्रा में इन के साथ 70-80 भंते भी हैं. यह यात्रा चार चरणों में उत्तर प्रदेश के लगभग 70 केन्द्रों पर जाएगी और हर जगह पर दो दिन रुकेगी.
भाजपा जहाँ एक ओर दलितों को रिझाने के लिए डॉ. आंबेडकर को हथियाने में लगी है वहीँ अब वह बुद्ध को भी हथियाने का जुगाड़ कर रही है. इस सम्बन्ध में भाजपा ने एक “धम्म चक्र यात्रा” को सारनाथ से हाल ही में रवाना किया है जिस को राजनाथ सिंह ने हरी झंडी दिखाई थी. इस में एयर कंडीशंड बसें तथा इन्नोवा कारें लगायी गयी हैं. इस यात्रा के मुखिया राज्य सभा के पूर्व सदस्य भंते डी. धम्मवीरियो हैं जो कि काफी तिकड़मी हैं और पूर्व में लालू प्रसाद यादव के साथ थे परन्तु अब सत्ताधारी पार्टी के साथ आ गए हैं. इस यात्रा में इन के साथ 70-80 भंते भी हैं. यह यात्रा चार चरणों में उत्तर प्रदेश के लगभग 70 केन्द्रों पर जाएगी और हर जगह पर दो दिन रुकेगी.
मजीठिया वेज बोर्ड से जुड़े प्रमोशन मामले में अपील अधिकारी को छूटा पसीना
आदेश देने के लिए माँगा 4 दिन का समय
मुंबई : मजीठिया वेज बोर्ड मामले में माननीय सुप्रीम कोर्ट को फर्जी रिपोर्ट भेजे जाने के मामले का महाराष्ट्र में सच अब सामने आने लगा है। इसके बाद इस फर्जी रिपोर्ट को भेजने वाले श्रम आयुक्त कार्यालय के अधिकारियो को भी पसीने छूटने लगे हैं। 25 अप्रैल को श्रम आयुक्त कार्यालय मुम्बई शहर के अपील अधिकारी श्री चौधरी की तो इस सुनवाई के दौरान हालात ऐसी हो गयी की उन्होने इस मामले के अपीलकर्ता और मुम्बई के निर्भीक पत्रकार तथा आरटीआई एक्टिविस्ट शशिकांत सिंह और जन माहिती अधिकारी का लिखित बयान लिया मगर तुरंत इस मामले पर कोई आदेश नहीं जारी कर सके बल्कि ये कहकर समय मांग लिया कि आदेश देने में चार दिन का समय लगेगा।
मुंबई : मजीठिया वेज बोर्ड मामले में माननीय सुप्रीम कोर्ट को फर्जी रिपोर्ट भेजे जाने के मामले का महाराष्ट्र में सच अब सामने आने लगा है। इसके बाद इस फर्जी रिपोर्ट को भेजने वाले श्रम आयुक्त कार्यालय के अधिकारियो को भी पसीने छूटने लगे हैं। 25 अप्रैल को श्रम आयुक्त कार्यालय मुम्बई शहर के अपील अधिकारी श्री चौधरी की तो इस सुनवाई के दौरान हालात ऐसी हो गयी की उन्होने इस मामले के अपीलकर्ता और मुम्बई के निर्भीक पत्रकार तथा आरटीआई एक्टिविस्ट शशिकांत सिंह और जन माहिती अधिकारी का लिखित बयान लिया मगर तुरंत इस मामले पर कोई आदेश नहीं जारी कर सके बल्कि ये कहकर समय मांग लिया कि आदेश देने में चार दिन का समय लगेगा।
मजीठिया वेज बोर्ड लागू कराने को लेकर समूचे महाराष्ट्र में पत्रकार सड़कों पर उतरे (देखें तस्वीरें)
मजीठिया
वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग को लेकर कल समूचे महाराष्ट्र में पत्रकारों ने डिस्ट्रीक्ट इन्फार्मेशन ऑफिस के सामने धरना आंदोलन किया. 77 साल
पुराना पत्रकार संघठन मराठी पत्रकार परिषद ने आंदोलन का आह्नवान किया था. उसे
राज्य मे अच्छा प्रतिसाद मिला. पूना, सतारा, कोल्हापूर, ठाना , पालघर, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, बी ड अकोला, अमरावती, जालना, नांदेड, धु लिया, गडचिरोली, अहमद
नगर समेत राज्य के 32 जिलों में पत्रकार रस्ते पर उतर आये.
ममता तो ममता पर ही उमड़ेगी!
कृष्णमोहन झा
देश के जिन पांच राज्यों में इस समय विधानसभा चुनावों की प्रक्रिया चल रही है उनमें पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनावों पर सारे देश की नजरें लगी हुई हैं। राज्य में मतदान प्रक्रिया के तीन चरण संपन्न हो चुके हैं। शेष तीन चरण 25 अप्रैल, 30 अप्रैल और 5 मई को संपन्न होने के बाद 19 मई की मतगणना कराई जाएगी। उसी दिन असम, केरल, पुडुचेरी, तमीलनाडु में विधानसभा चुनावों के लिए मतगणना संपन्न होगी। प. बंगाल के ताजा विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की जीतने की संभावनाएं सबसे बलवती मानी जा रही है। तृणमूल कांग्रेस को कड़ी टक्कर देने के लिए माकपा-कांग्रेस गठबंधन और भारतीय जनता पार्टी जी तोड़ मेहनत कर रही है। इसमें दो राय नहीं हो सकती कि तृणमूल कांग्रेस को स्वयं भी इन विधानसभा चुनावों में वैसी शानदार जीत की उम्मीद नहीं है जैसी कि उसे सन् 2011 में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में मिली थी परंतु माकपा-कांग्रेस गठबंधन और भाजपा को भी इस हकीकत का अहसास हो चुका है कि तृणमूल कांग्रेस के हाथ से सत्ता की बागडोर छुड़ा लेने की स्थिति में नहीं है।
देश के जिन पांच राज्यों में इस समय विधानसभा चुनावों की प्रक्रिया चल रही है उनमें पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनावों पर सारे देश की नजरें लगी हुई हैं। राज्य में मतदान प्रक्रिया के तीन चरण संपन्न हो चुके हैं। शेष तीन चरण 25 अप्रैल, 30 अप्रैल और 5 मई को संपन्न होने के बाद 19 मई की मतगणना कराई जाएगी। उसी दिन असम, केरल, पुडुचेरी, तमीलनाडु में विधानसभा चुनावों के लिए मतगणना संपन्न होगी। प. बंगाल के ताजा विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की जीतने की संभावनाएं सबसे बलवती मानी जा रही है। तृणमूल कांग्रेस को कड़ी टक्कर देने के लिए माकपा-कांग्रेस गठबंधन और भारतीय जनता पार्टी जी तोड़ मेहनत कर रही है। इसमें दो राय नहीं हो सकती कि तृणमूल कांग्रेस को स्वयं भी इन विधानसभा चुनावों में वैसी शानदार जीत की उम्मीद नहीं है जैसी कि उसे सन् 2011 में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में मिली थी परंतु माकपा-कांग्रेस गठबंधन और भाजपा को भी इस हकीकत का अहसास हो चुका है कि तृणमूल कांग्रेस के हाथ से सत्ता की बागडोर छुड़ा लेने की स्थिति में नहीं है।
साधुओं के सम्मान की रक्षा सरकार का परम दायित्व
कृष्णमोहन झा
महाकाल की पावन नगरी उज्जैन में सिंहस्थ की औपचारिक शुरुआत हुए अभी पूरा एक सप्ताह भी नहीं बीता हैं परन्तु प्रशासनिक स्तर पर उजागर हुई अनेक व्यवस्थागत खामियों से सरकार की छवि धूमिल होने का सिलसिला अभी से प्रारंभ हो गया है और सर्वाधिक खेद की बात यह है कि इन व्यवस्थागत खामियों का शिकार उन तपस्वी साधु संतों को भी बनना पड़ रहा है जो इस आयोजन में सर्वोच्च सम्मान पाने के अधिकारी हैं। पहले ही शाही स्नान में अधिकारियों के हाथों हुई उनकी उपेक्षा ने साधु संतों को इतना क्षुब्ध और व्यथित कर दिया है कि वे अक्षय तृतीया को आयोजित दूसरे शाही स्नान के पूर्व ही उज्जैन छोडक़र चले जाने का मन बनाने लगे है।
महाकाल की पावन नगरी उज्जैन में सिंहस्थ की औपचारिक शुरुआत हुए अभी पूरा एक सप्ताह भी नहीं बीता हैं परन्तु प्रशासनिक स्तर पर उजागर हुई अनेक व्यवस्थागत खामियों से सरकार की छवि धूमिल होने का सिलसिला अभी से प्रारंभ हो गया है और सर्वाधिक खेद की बात यह है कि इन व्यवस्थागत खामियों का शिकार उन तपस्वी साधु संतों को भी बनना पड़ रहा है जो इस आयोजन में सर्वोच्च सम्मान पाने के अधिकारी हैं। पहले ही शाही स्नान में अधिकारियों के हाथों हुई उनकी उपेक्षा ने साधु संतों को इतना क्षुब्ध और व्यथित कर दिया है कि वे अक्षय तृतीया को आयोजित दूसरे शाही स्नान के पूर्व ही उज्जैन छोडक़र चले जाने का मन बनाने लगे है।
आरक्षक का सीएम के नाम पत्र, लिखी ''मन की बात'', हड़कंप
फेसबुक पोस्ट इन दिनों खूब वायरल हो रहे हैं. लेकिन अब एक छोटे से पुलिसवाले के पोस्ट ने सोशल मीडिया पर हडकंप मचा दिया है. बुरहानपुर जिले के पुलिस आरक्षक सूरज सिंह चुंडावत ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से गुहार लगाकर पत्र लिखा है,
Apr 25, 2016
उत्तर प्रदेश के मिनिस्टर के भैंस चोरी के लिए तत्काल इतनी फ़ोर्स? आम नागरिक के लिए कुछ नहीं
मै राकेश बंशीलाल गुप्ता निचे लिखे पते पर रहता हू, मेरे घर ग्राम सुवंसा पोस्ट नौडेरा {थाना फतनपुर} मे १७ मार्च २०१६ की रात मे चोरी हो गयी, घर मे कोई नही था उस समय हम सभी लोग मुंबई मे थे, मुझे १८ मार्च २०१६ सुबह मे घर के बगल वाले ने फ़ोन द्वारा सूचित किया की आपके घर मे चोरी हो गयी है, मैंने सेम डे पिता जी को फ्लाईट से घर भेजा, वहा पहुचने पर देखा की घर के अन्दर से सरे सामान के साथ साथ जेवरात भी गायब मिले, करीब ३,५००००/- से ४,०००००/- {साढ़े तीन लाख से चार लाख} की समानं चोरी हुयी,,
दिल्ली सचिवालय पर सैकड़ों घरेलू कामगारों का प्रदर्शन, श्रम मंत्री ने 15 दिन में स्टेटस रिपोर्ट मांगी
नई दिल्ली, 25 अप्रैल। दिल्ली के सैकड़ों घरेलू कामगारों ने आज दिल्ली सरकार के सचिवालय पर एक जुझारू प्रदर्शन किया और उनके प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली राज्य के श्रम मंत्री को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। श्रम विभाग में अनिवार्य पंजीकरण, न्यूनतम वेतन, कार्यदिवस, साप्ताहिक छुट्टी एवं अन्य अवकाशों का निर्धारण, स्वास्थ्य और दुर्घटना बीमा, पी.एफ़., पेंशन, ई.एस.आई. एवं सामाजिक सुरक्षा के अन्य प्रावधान आदि घरेलू कामगारों की प्रमुख मांगें थीं। उनका कहना था कि यथाशीघ्र क़ानून बनाकर सरकार को ये मांगें पूरी करनी चाहिए तथा घरेलू कामगारों से जुड़ी स्कीमों के वित्त-पोषण के लिए 'घरेलू कामगार कल्याण कोष' की स्थापना की जानी चाहिए।
Hundreds of Domestic Workers Demonstrate at Delhi Secretariat
Delhi's labour minister asks for status report on their demands from the labour commissioner within 15 days
New Delhi, 25 April. Hundreds of domestic workers held a demonstration today at the Delhi Secretariat to press for their demands and handed over a memorandum to the labour minister. Later, the labour minister sent their memorandum to the secretary-cum- labour commissioner and has asked for a status report on their demands.
New Delhi, 25 April. Hundreds of domestic workers held a demonstration today at the Delhi Secretariat to press for their demands and handed over a memorandum to the labour minister. Later, the labour minister sent their memorandum to the secretary-cum- labour commissioner and has asked for a status report on their demands.
Apr 20, 2016
टीवी18 ब्रॉडकास्ट का मुनाफा 6.6% बढ़ा
वित्त वर्ष 2016 की चौथी तिमाही में टीवी18 ब्रॉडकास्ट का मुनाफा 13.6 फीसदी घटकर 82.5 करोड़ रुपये हो गया है। वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में टीवी18 ब्रॉडकास्ट का मुनाफा 95.5 करोड़ रुपये रहा था। हालांकि वित्त वर्ष 2016 की चौथी तिमाही में टीवी18 ब्रॉडकास्ट की आय 6.6 फीसदी बढ़कर 671.3 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है। वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में टीवी18 ब्रॉडकास्ट की आय 629.7 करोड़ रुपये रही थी।
ग्रामोदय से भारत उदयः कितना संकल्प, कितनी राजनीति
-संजय द्विवेदी
क्या नरेंद्र मोदी ने भारत के विकास महामार्ग को पहचान लिया है या वे उन्हीं राजनीतिक नारों में उलझ रहे हैं, जिनमें भारत की राजनीति अरसे से उलझी हुयी है। गांव, गरीब, किसान इस देश के राजनीतिक विमर्श का मुख्य एजेंडा रहे हैं। इन समूहों को राहत देने के प्रयासों से सात दशकों का राजनीतिक इतिहास भरा पड़ा है। कर्ज माफी से लेकर अनेक उपाय किए गए, किंतु हालात यह हैं कि किसानों की आत्महत्याएं एक कड़वे सच की तरह सामने हैं। नीतियों की असफलता और बीमारी की पहचान करने में हमारी विफलता, यहां साफ दिखती है। ऐसे में नरेंद्र मोदी सरकार का नया अभियान ‘ग्रामोदय से भारत उदय’ किन अर्थों में अलग है और उसकी संभावनाएं कितनी उजली हैं, इस पर विचार होना ही चाहिए।
क्या नरेंद्र मोदी ने भारत के विकास महामार्ग को पहचान लिया है या वे उन्हीं राजनीतिक नारों में उलझ रहे हैं, जिनमें भारत की राजनीति अरसे से उलझी हुयी है। गांव, गरीब, किसान इस देश के राजनीतिक विमर्श का मुख्य एजेंडा रहे हैं। इन समूहों को राहत देने के प्रयासों से सात दशकों का राजनीतिक इतिहास भरा पड़ा है। कर्ज माफी से लेकर अनेक उपाय किए गए, किंतु हालात यह हैं कि किसानों की आत्महत्याएं एक कड़वे सच की तरह सामने हैं। नीतियों की असफलता और बीमारी की पहचान करने में हमारी विफलता, यहां साफ दिखती है। ऐसे में नरेंद्र मोदी सरकार का नया अभियान ‘ग्रामोदय से भारत उदय’ किन अर्थों में अलग है और उसकी संभावनाएं कितनी उजली हैं, इस पर विचार होना ही चाहिए।
मेरा प्रथम व्यंग्य संग्रह "शिकारी का अधिकार "
मेरा प्रथम व्यंग्य संग्रह "शिकारी का अधिकार "
प्रकाशक: "लोकमित्र" दिल्ली.
आवरण: कुंवर रविन्द्र ,
कीमत : 30
Media and Communication Veteran Askari Zaidi Joins Teamwork PR as Director & Chief Strategy Officer (CSO)
Mr. Zaidi was last associated with the Reliance Anil Ambani Group as Group Spokesperson & Sr. Executive Vice President, Corporate Communications
New Delhi : Veteran media and communications professional AskariZaidihas joined Teamwork Communications Group as Director & Chief Strategy Officer (CSO), giving a huge boost to the strategic objectives of the rapidly growing public relations and media advisory agency. In his last role, Mr. Zaidi was associated with the Reliance Anil Ambani Group as its Group Spokesperson & Sr. Executive Vice President, Corporate Communications. Before joining Reliance, he had worked as Group Head, Corporate Communications with theJaypee Group, Jindal Steel & Power Ltd, and Ispat Industries Ltd.
New Delhi : Veteran media and communications professional AskariZaidihas joined Teamwork Communications Group as Director & Chief Strategy Officer (CSO), giving a huge boost to the strategic objectives of the rapidly growing public relations and media advisory agency. In his last role, Mr. Zaidi was associated with the Reliance Anil Ambani Group as its Group Spokesperson & Sr. Executive Vice President, Corporate Communications. Before joining Reliance, he had worked as Group Head, Corporate Communications with theJaypee Group, Jindal Steel & Power Ltd, and Ispat Industries Ltd.
हाई कोर्ट : क्या केंद्र सरकार को संपत्ति विवरण की तिथि बढाने का अधिकार है?
इलाहबाद हाई कोर्ट के लखनऊ बेंच ने आज केंद्र सरकार से 04 सप्ताह में यह पूछा है कि क्या उसे आईएएस, आईपीएस अफसरों सहित सभी केंद्रीय कर्मियों के संपत्ति विवरण प्राप्त करने की आखिरी तारीख बढाने का अधिकार है. चीफ जस्टिस डॉ धनञ्जय यशवंत चंद्रचूड और जस्टिस राजन रॉय की बेंच ने यह आदेश आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर की याचिका पर दिया जिसमे कहा गया था कि संपत्ति विवरण दाखिल करने की तारीख बार-बार बढ़ाया जा रहा है.
राष्ट्रपति ने बालेन्दु शर्मा दाधीच को 'आत्माराम पुरस्कार' से सम्मानित किया
नई दिल्ली। माइक्रोसॉफ्ट में कार्यरत वरिष्ठ तकनीकविद और पूर्व संपादक बालेन्दु शर्मा दाधीच को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने मंगलवार को एक भव्य समारोह में प्रतिष्ठित ‘आत्माराम पुरस्कार’ से सम्मानित किया। श्री दाधीच को यह पुरस्कार विज्ञान और प्रौद्योगिकी के जरिए हिंदी भाषा को समृद्ध बनाने के लिए दिया गया है। राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी और अनेक गणमान्य हस्तियाँ मौजूद थीं। पुरस्कार के तहत मानपत्र और एक लाख रुपए की राशि दी जाती है।
Apr 19, 2016
मजीठिया मामले की खबर को मुम्बई के यशोभूमि और हमारा महानगर ने प्रमुखता से छापा
देश भर के समाचार पत्र एक तरफ जहाँ पत्रकारों और गैर पत्रकारों के वेतन से जुड़े मजीठिया वेज बोर्ड के मामले की खबर को प्रकाशित करने में कन्नी काट रहे हैं वही मुम्बई से प्रकाशित हिंदी समाचार पत्र यशोभूमि और हमारा महानगर ने मजीठिया मामले से जुड़े खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया है।
Journey from a Corporate Lawyer to heading Media Startup: Praxis Media Pvt Ltd
New Delhi, April 2016 : Swagateeka Patel, Founder & Director, Praxis Media Private Limited has launched her own startup in the Marketing, Branding and Media Services industry. She has completed Bachelor of Arts and Bachelor of Laws (BA.LLb) degree from SSLC, Pune. College was the most defining and crucial period of her life. Hailing from a small town in Odisha, the five years of college gave her life its true meaning. Apart from the mammoth sized law books and endless late nights, it taught her about adaptability, patience, fearlessness and most of all it taught her to test her potential
संत कबीर नगर जिले के खलीलाबाद शहर और मगहर में मार्च 2016 से लोकल चैनल बंद
संत कबीर नगर जिले के खलीलाबाद शहर और मगहर में मार्च 2016 से लोकल चैनल बंद हो गया क्योंकि सेटअप बॉक्स पर ट्रांसमिशन मशीन जब तक नहीं आ जाएगा और नया नियम या फिर पुराने जिओ के अनुसार टैक्स जमा होगा तब पुनः चालू होगा. फिलहाल अभी तक अप्रैल माह में कोई भी लोकल चैनल नहीं चल रहा है, यहां पर पूर्णतया बंद हो चुका है. यहां पर सामना tv सच tv एसकेएन tv नाम से 3 लोकल चैनल चलते थे.
'भड़ास' की खबर से संतोष सितोले को फिर मिली नौकरी!
'भड़ास' की खबर से किसी पत्रकार की गई हुई नौकरी बाइज्जत वापस भी आ सकती है, ये चमत्कार भी हाल ही में हो गया! 23 मार्च को 'भड़ास' पर एक खबर प्रकाशित हुई थी 'प्रवीण खारीवाल जैसे कई बिचौलिए पत्रकार हैं इंदौर में!' (लिंक इस खबर के अंत में) इस खबर में इस बात का खुलासा किया था कि इंदौर के 'दबंग दुनिया' के इंदौर संस्करण के क्राइम रिपोर्टर संतोष सितोले को हत्या की सुपारी देने वाले बिल्डर छब्बू की गिरफ़्तारी की खबर लिखने के आरोप में संपादक पंकज दीक्षित ने निकाल दिया था! क्योंकि, प्रवीण खारीवाल, दबंग का संपादक पंकज दीक्षित और 'दबंग दुनिया' का ही एक रिपोर्टर विवान राजपूत छब्बू को गिरफ्तारी से बचाने में लगे थे!
मेट्रो में भ्रष्टाचार के चलते शटरिंग गिरा
लखनऊ : लखनऊ में मेट्रो के निर्माण कार्य के दौरान आज सुबह आलम बाग बस अड्डे के पास मेट्रो शटरिंग गिरने पर रिहाई मंच ने आरोप लगाया है कि यह भ्रष्टाचार की वजह से हुआ है। रिहाई मंच के नेता अनिल यादव ने कहा है कि मेट्रो में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है . मेट्रो के निर्माण सामग्री में धांधली के चलते कमजोर उपकरणों को लगाया जा रहा है जिसकी वजह से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं।
सेराज कमर को 15 अप्रैल से अवैध हिरासत में रखा जाना पुलिसिया गुंडागर्दी का उदाहरण
कोई अप्रिय घटना हुई तो उत्तर प्रदेश सरकार इसके लिए होगी जिम्मेदार –रिहाई मंच
लखनऊ . रिहाई मंच ने आजमगढ़ बिंद्रा बाज़ार से 15 अप्रैल को सेराज कमर उर्फ़ सोनू को यूपी एसटीएफ द्वारा अवैध तरीके से उठाये जाने और अबतक कहीं गिरफ्तारी न दिखाए जाने को उत्तर प्रदेश में पुलिसिया गुंडागर्दी का उदाहरण करार दिया है. रिहाई मंच प्रवक्ता शाहनवाज़ आलम ने सेराज कमर उर्फ़ सोनू के परिजनों के हवाले से बताया की 15 अप्रैल को आजमगढ़ के बिंद्रा बाज़ार से सेराज कमर उर्फ़ सोनू पुत्र स्व.कमरुद्दीन निवासी मंगरावा रायपुर थाना गम्भीरपुर को 6 बजे शाम को खुद को एसटीएफ के लोग बताने वालों ने अवैध तरीके से उठा लिया.
लखनऊ . रिहाई मंच ने आजमगढ़ बिंद्रा बाज़ार से 15 अप्रैल को सेराज कमर उर्फ़ सोनू को यूपी एसटीएफ द्वारा अवैध तरीके से उठाये जाने और अबतक कहीं गिरफ्तारी न दिखाए जाने को उत्तर प्रदेश में पुलिसिया गुंडागर्दी का उदाहरण करार दिया है. रिहाई मंच प्रवक्ता शाहनवाज़ आलम ने सेराज कमर उर्फ़ सोनू के परिजनों के हवाले से बताया की 15 अप्रैल को आजमगढ़ के बिंद्रा बाज़ार से सेराज कमर उर्फ़ सोनू पुत्र स्व.कमरुद्दीन निवासी मंगरावा रायपुर थाना गम्भीरपुर को 6 बजे शाम को खुद को एसटीएफ के लोग बताने वालों ने अवैध तरीके से उठा लिया.
मजीठिया वेज बोर्ड पर बोले सीएम अखिलेश- जल्द फाइल होगी मजीठिया को लेकर स्टेट्स रिपोर्ट
मुख्य सचिव से भी मिला आईएफडब्लूजे प्रतिनिमंडल
लखनऊ : मजीठिया वेज बोर्ड की सिफारिशों को लागू किए जाने के संबंध उत्तर प्रदेश के समाचार पत्रों की स्थिति और अब तक हुयी प्रगति को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से अब तक सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट न पेश किए जाने को लेकर इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट (आईएफडब्लूजे) का एक प्रतिनिमंडल राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हेमंत तिवारी के नेतृत्व में सोमवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिला। प्रतिनिधि मंडल ने सोमवार सुबह इस मामले को लेकर मुख्य सचिव आलोक रंजन से भी मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा।
Apr 14, 2016
पत्रकारों को कमजोर समझने का भूल न करें अधिकारी
दुर्गेश तिवारी
बिक्रमगंज (रोहतास) । वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन ऑफ बिहार के रोहतास जिला इकाई के संयोजक सह वरिष्ठ पत्रकार दुर्गेश किशोर तिवारी ने कहा क़ि पत्रकार किसी के गुलाम नहीं हैं कि कोई भी अपना धौंस दिखाकर किसी तरह का खबर प्रकाशित करा सके तथा पत्रकारों को तोड़ने या कमजोर समझने का भी भूल न करे क्योंकि पत्रकार पूरी तरह से एकजुट हैं और किसी भी परस्थिति का सामना करने के लिए हर समय तैयार हैं।
बिक्रमगंज (रोहतास) । वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन ऑफ बिहार के रोहतास जिला इकाई के संयोजक सह वरिष्ठ पत्रकार दुर्गेश किशोर तिवारी ने कहा क़ि पत्रकार किसी के गुलाम नहीं हैं कि कोई भी अपना धौंस दिखाकर किसी तरह का खबर प्रकाशित करा सके तथा पत्रकारों को तोड़ने या कमजोर समझने का भी भूल न करे क्योंकि पत्रकार पूरी तरह से एकजुट हैं और किसी भी परस्थिति का सामना करने के लिए हर समय तैयार हैं।
Apr 13, 2016
आया बैसाखी का पावन पर्व
-डा. सौरभ मालवीय
बैसाखी ऋतु आधारित पर्व है. बैसाखी को वैसाखी भी कहा जाता है. पंजाबी में इसे विसाखी कहते हैं. बैसाखी कृषि आधारित पर्व है. जब फ़सल पक कर तैयार हो जाती है और उसकी कटाई का काम शुरू हो जाता है, तब यह पर्व मनाया जाता है. यह पूरी देश में मनाया जाता है, परंतु पंजाब और हरियाणा में इसकी धूम अधिक होती है. बैसाखी प्रायः प्रति वर्ष 13 अप्रैल को मनाई जाती है, किन्तु कभी-कभी यह पर्व 14 अप्रैल को भी मनाया जाता है.
बैसाखी ऋतु आधारित पर्व है. बैसाखी को वैसाखी भी कहा जाता है. पंजाबी में इसे विसाखी कहते हैं. बैसाखी कृषि आधारित पर्व है. जब फ़सल पक कर तैयार हो जाती है और उसकी कटाई का काम शुरू हो जाता है, तब यह पर्व मनाया जाता है. यह पूरी देश में मनाया जाता है, परंतु पंजाब और हरियाणा में इसकी धूम अधिक होती है. बैसाखी प्रायः प्रति वर्ष 13 अप्रैल को मनाई जाती है, किन्तु कभी-कभी यह पर्व 14 अप्रैल को भी मनाया जाता है.
Apr 12, 2016
ye bat Mr. Narendra Modi tak jarur pahucha de
Shri man ji aapse vinmra nivedan h ki ye bat Mr. Narendra Modi tak jarur pahucha de. My Name is Vimlesh Sharma. I am from khair but receied at sector 27 noida. My father's name is Mr. Madan lala sharma. I am working in noida authority as a computer before three years.
Rohit Gandhi was sacked from CNN international
Zee Media English current affairs news channel WION Editor in Chief Rohit Gandhi was sacked from CNN international for embellishments and misappropriation of funds by Phil Turner. He was later sacked from CCTV China for stealing tapes of CNN award winning cameraman Sanjeev Talreja.
tv9news.mumbai@gmail.com
i next Gorakhpur ke photographer Rajesh rai ne sr.Reporter Upendra Shukla ko 50 juta marne Ki dhamki Di
I next Gorakhpur ke photographer Rajesh rai ne sr.Reporter Upendra Shukla ko 50 juta marne Ki dhamki Diya... Rajesh ne ye baat Crime Reporter Arun Kumar se kahi.. Is baar ko khud upendra Shukla ne apne kaam se sun liye...
व्यंग्य : Big Breaking बिग ब्रेकिंग... मंगल-ग्रह पर भीषण आपदा, सबसे पहले पहुंचे 'स्वयं सेवक'
डॉ राकेश पाठक
प्रधान सम्पादक डेटलाइन इंडिया
मंगल ग्रह से बड़ी खबर आ रही है। इतवार-सोमवार की दरमियानी रात कोई अज्ञात उल्कापिंड या धूमकेतु मंगल ग्रह से टकराया है। इस भीषण आपदा से ग्रह पर भारी तबाही की सूचना है। पृथ्वी वासियों के लिए गर्व का विषय यह है कि "मंगल-ग्रह" पर आई इस आपदा के समय सबसे पहले राहत और बचाव के लिए "स्वयंसेवक" पहुँच गए हैं। ये स्वयंसेवक आर्यावर्त अर्थात जम्बूद्वीप अर्थात भरत खंड अर्थात भारत वर्ष नामक देश से "पुष्पक विमान" में चढ़ कर मंगल ग्रह पर पहुंचे और पलक झपकते ही रक्तदान की कतार में लग गए।
प्रधान सम्पादक डेटलाइन इंडिया
मंगल ग्रह से बड़ी खबर आ रही है। इतवार-सोमवार की दरमियानी रात कोई अज्ञात उल्कापिंड या धूमकेतु मंगल ग्रह से टकराया है। इस भीषण आपदा से ग्रह पर भारी तबाही की सूचना है। पृथ्वी वासियों के लिए गर्व का विषय यह है कि "मंगल-ग्रह" पर आई इस आपदा के समय सबसे पहले राहत और बचाव के लिए "स्वयंसेवक" पहुँच गए हैं। ये स्वयंसेवक आर्यावर्त अर्थात जम्बूद्वीप अर्थात भरत खंड अर्थात भारत वर्ष नामक देश से "पुष्पक विमान" में चढ़ कर मंगल ग्रह पर पहुंचे और पलक झपकते ही रक्तदान की कतार में लग गए।
सुरत के दिव्य भास्कर के एडीटर की वोट्सएप चेट
दिव्य भास्कर सुरत में अभी एक विचित्र निर्णय लिया गया। वडोदरा जेसे छोटे एडीशन को संभालने के लिये सुरत जैसे बडे एडीशन को दाव पे लगा दिया गया। कुछ साल पहले सुरत में से पांच लाख रूपिया की लांच के साथ पकडे गये और स्टाफ के सामने इमिज्येट इफेक्ट के साथ निकाल दिये गये अजय नायक को भास्करने फिर से सुरत की ही एडीटरशीप दे दी।
Apr 11, 2016
यूपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन में फेरबदल, अखिलेश सिंह महासचिव नियुक्त
यूपी यूनियन की नोएडा महानगर कार्यकारिणी के अध्यक्ष चुने गए हेमेन्द्र सिंह व महासचिव बने अखिलेश सिंह प्रदेश सचिव सुल्तान शहरयार ने पदाधिकारियों को सौंपे मनोनयन पत्र
नोएडा। यूपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन की कार्यकारिणी की बैठक गुरुवार को सेक्टर-59 स्थित दैनिक जन प्रवाद समाचार पत्र के सम्मेलन कक्ष में संपन्न हुई। बैठक में बतौर मुख्य अतिथि यूनियन के प्रदेश सचिव सुल्तान शहरयार मौजूद रहे। बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष इकबाल चौधरी ने की। इस अवसर पर यूनियन की नोएडा महानगर कार्यकारिणी की घोषणा की गई। मुख्य अतिथि एवं प्रदेश सचिव सुल्तान शहरयार ने सभी पदाधिकारियों को मनोनयन पत्र सौंपे। कार्यकारिणी में हेमेन्द्र सिंह को नोएडा महानगर अध्यक्ष एवं अखिलेश सिंह को महासचिव नियुक्त किया गया। सभी ने उन्हें बधाई दी।
नोएडा। यूपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन की कार्यकारिणी की बैठक गुरुवार को सेक्टर-59 स्थित दैनिक जन प्रवाद समाचार पत्र के सम्मेलन कक्ष में संपन्न हुई। बैठक में बतौर मुख्य अतिथि यूनियन के प्रदेश सचिव सुल्तान शहरयार मौजूद रहे। बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष इकबाल चौधरी ने की। इस अवसर पर यूनियन की नोएडा महानगर कार्यकारिणी की घोषणा की गई। मुख्य अतिथि एवं प्रदेश सचिव सुल्तान शहरयार ने सभी पदाधिकारियों को मनोनयन पत्र सौंपे। कार्यकारिणी में हेमेन्द्र सिंह को नोएडा महानगर अध्यक्ष एवं अखिलेश सिंह को महासचिव नियुक्त किया गया। सभी ने उन्हें बधाई दी।
Female Students and their Parents protest against the discrepancy in exam results at Delhi Secretariat
11 April 2016| A protest demonstration was organized today at the Delhi Secretariat against the discrepancy in the exam result of 9th and 11th class of a government school in New Sabha Pur under the banner of Naujawan Bharat Sabha and 'School Nigrani Samiti' (School Watch committe). The school students, their parents and other concerned citizens participated in the protest. It needs to be noted that on 1st of April the results of class 9th and 11th were published for the girls shift in the Government school in New Sabhapur, Karawal Nagar. More than 80% of the students had failed in the exams. After the result has been displayed on the board at school, the distressed students rushed to the teachers and Principal.
प्रसारण मंत्रालय ने 60 टीवी चैनलों को लाइसेंस दिए 2015 में, पिछले तीन साल में सबसे ज्यादा
मुंबई : सुरक्षा मंज़ूरी को लेकर स्थाई नीति व्यवस्था बनाने पर केंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का संवाद लगता है कि अपना असर दिखाने लगा है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 2015 में 60 टीवी चैनलों को लाइसेंस दिए हैं। यह संख्या पिछले तीन सालों में दिए गए लाइसेंसों से कहीं ज्यादा है। मंत्रालय ने बीते साल के दौरान 53 अपलिंकिं और सात डाउनलिंकिंग स्वीकृतियां दी हैं। 31 दिसंबर 2015 तक देश में 847 चैनलों को अपलिंकिंग व डाउनलिंकिंग अनुमतियां मिली हुई थीं। इनमें से 52 प्रतिशत न्यूज़ चैनल हैं, जबकि बाकी इससे भिन्न विषयों के चैनल हैं। पिछले एक साल में गृह मंत्रालय ने सुरक्षा मंजूरी देने, उसके आकलन, वैधता और अतिरिक्त सुविधा के संदर्भ में बहुत सारे निर्देश जारी किए हैं।
अखबार का टाइटल ले लेना और अखबार मालिक बन कर समाज पर धौंस जमाना कोई नई बात नहीं है
अखबार का टाइटल ले लेना और अखबार मालिक बन कर समाज पर धौंस जमाना कोई नई बात नहीं है। कुकुरमुत्ते की तरह गली-गली ऐसे लोग भी अखबार निकाल रहे हैं, जिनका पत्रकारिता और उसके चरित्र से कोई लेना-देना नहीं है। हालांकि यह आरएनआई की भी कमजोरी है कि वह किसी को भी उसकी पृष्ठभूमि की ठीक से जांच किए बगैर अखबार निकालने की इजाजत दे देता है। अब इस सुविधा का बुरी तरह से दुरुपयोग हो रहा है। स्थिति विस्फोटक होती जा रही है।
पत्रिका ने कर्मचारियों को परेशान करने के नए हथकंडे अपनाए
विगत कुछ समय से पत्रिका ने कर्मचारियों को परेशान करने के नए हथकंडे अपनाए हैं कंपनी द्वारा कर्मचारियों को नौकरी से हटाए जाने एवं ट्रांसफर की धमकीयां दी जा रही हैं। जैसे-जैसे सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का समय नजदीक आ रहा है वैसे ही पत्रिका ने कर्मचारियों को हटाने का सिलसिला चालू कर दिया है इसी श्रृंखला में प्रेस से ड्राइवर, फिर इलेक्ट्रिशियन इसके उपरांत सीटीपी विभाग एवं प्रेस के सुपरवाइजर को ट्रांसफर कर दिया।
Amar Ujala Rohtak Unit me cost cutting ke naam pe karmchario ka exploitation
Dear Sir
Amar Ujala Rohtak Unit me cost cutting ke naam pe karmchario ka exploitation ho raha hai. Pahle office ki chai band kar di gayi ab Nehar ka Paani pilaya ja raha hai. Darsal office me jo RO laga hai vo ek mahine se kharab hai, jise managment banwane ka naam nahi le raha hai, apni party ke liye holi milan ke naam par lagbhag 20000 ka DJ managa kar aish kiya gaya lekin RO thik nahi karaya ja raha hai. Yaha par ab koi aana bhi nahi chahta hai, ek aadmi ek edition dekh raha hai. Adhikari apni naukari bachane me lage hai please publish this news
Neeraja Kumari
kdhee1234569@gmail.com
Amar Ujala Rohtak Unit me cost cutting ke naam pe karmchario ka exploitation ho raha hai. Pahle office ki chai band kar di gayi ab Nehar ka Paani pilaya ja raha hai. Darsal office me jo RO laga hai vo ek mahine se kharab hai, jise managment banwane ka naam nahi le raha hai, apni party ke liye holi milan ke naam par lagbhag 20000 ka DJ managa kar aish kiya gaya lekin RO thik nahi karaya ja raha hai. Yaha par ab koi aana bhi nahi chahta hai, ek aadmi ek edition dekh raha hai. Adhikari apni naukari bachane me lage hai please publish this news
Neeraja Kumari
kdhee1234569@gmail.com
जिसे भारत के संविधान की सम्मान करने नहीं आता वो बन गये ईटीवी बिहार किशनगंज के पत्रकार
बिहार के किशनगंज के ETV (पत्रकार ) को सोशल मीडिया व्हाट्स एप्प पर भारतीय संविधान व उसके रचियता डॉक्टर भीमराव आंबेडकर के खिलाफ आपत्तिजनक टिपण्णी लिखना पड़ा महंगा । जिसके विरोध में किशनगंज बार एसोसिएशन के अधिवक्ता ने किशनगंज थाने में मामला दर्ज कराया। पुलिस युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कहते हैं कि शोशल मीडिया व्हाट्स एप्प सैकड़ों दोस्त को आपस में मधुर संबंध व एक दूसरे के हाल समाचार जानने के उद्देश्य से बनाया गया है। लेकिन व्हाट्स धीरे धीरे अपने उद्देश्य से भटक रहा है। जिसका ताजा उदाहरण है किशनगंज के एक युवक बृजेश कुमार दवारा सोशल मीडिया व्हाट्स एप्प के VIP ग्रुप पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शराब नीति एवं शराब पर पूर्ण प्रतिबंध का विरोध किया है। साथ ही उन्होंने भारत के संविधान व आंबेडकर के विरुद्ध भी आपत्तिजनक बातें लिखी। इसके अलावा सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ आपत्तिजनक शब्द भी लिखने से पीछे नहीं हटा।
बाग़पत पुलिस के हत्थे चढ़ा ANI न्यूज़ एजेंसी और खुद को आजतक का संवाददाता बताने वाले दो फर्जी पत्रकार
बाग़पत में इन दिनों दो फर्जी पत्रकारो ने अवैध वसूली को अपना धंधा बना रखा है ये जनाब ना तो रेहड़ी वालो को छोड़ रहे है और ना ही किसी होटल, स्कुल और राशन डीलर को अपना शिकार बना रहे है और महज 200 से 2000 हजार रूपये लेकर खबर का सौदा कर रहे है लेकिन लगातार मिल रही इन लोगो की।
भारत, माता और धर्म
- सुनील संवेदी
इस्लामिक देश सऊदी अरब में प्रधानमंत्री नरेंद मोदी के सामने टाटा कंसल्टेंसी सर्विस में ‘भारत माता की जय’ के नारों से एक बात तो साबित हो गई कि भारत में जो लोग भारत माता को धर्म से जोड़कर जय न बोलने की मजबूरी जता रहे हैं असल में वे लोग हमेशा की तरह अपनी धर्मांधता को बचाये रखने और भाईचारे की जिम्मेदारी को दूसरों के सिर थोपे रहने की चिरपरिचित जद्दोजहद में जुटे हैं। यह स्थिति बिल्कुल ऐसी ही है कि हम भारत की जमीन को भोगेंगे मगर होंगे नहीं क्योंकि भारत हमारे प्रतिद्वंदी की ‘देवी’ तुल्य ‘माता’ है।
इस्लामिक देश सऊदी अरब में प्रधानमंत्री नरेंद मोदी के सामने टाटा कंसल्टेंसी सर्विस में ‘भारत माता की जय’ के नारों से एक बात तो साबित हो गई कि भारत में जो लोग भारत माता को धर्म से जोड़कर जय न बोलने की मजबूरी जता रहे हैं असल में वे लोग हमेशा की तरह अपनी धर्मांधता को बचाये रखने और भाईचारे की जिम्मेदारी को दूसरों के सिर थोपे रहने की चिरपरिचित जद्दोजहद में जुटे हैं। यह स्थिति बिल्कुल ऐसी ही है कि हम भारत की जमीन को भोगेंगे मगर होंगे नहीं क्योंकि भारत हमारे प्रतिद्वंदी की ‘देवी’ तुल्य ‘माता’ है।
होम्योपैथिक के जनक डॉक्टर हैनीमैन का मनाया गया जन्मदिन
सिंगरौली।। आज जिले में विश्व होमियोपैथिक डे के अवसर पर होम्योपैथिक के जनक डॉक्टर हैनीमैन का जन्मदिन दीप प्रज्वलित करके व केक काटकर मनाया गया इस अवसर पर नगर निगम सिंगरौली महापौर श्रीमती प्रेमवती खैरवार उपस्थित रहीद्य यहां उपस्थित वरिष्ठ होम्योपैथिक डॉक्टरों ने होम्योपैथिक चिकित्सा के बारे में बताया कि होम्योपैथिक ऐसी चिकित्सा पद्धति है जिसके माध्यम से सभी रोगों का इलाज कम खर्चे में एवं सरलता से किया जा सकता है साथ ही होम्योपैथिक इलाज के दौरान किसी भी तरह की कोई शारीरिक नुकसान नहीं पहुंचता वही विश्व होम्योपैथिक डे के अवसर पर जिले की प्रथम नागरिक महापौर को स्मृति चिंह देकर देकर सम्मानित किया गया।
अपनी खबरों का ही खंडन कैसे करता है अमर उजाला
ये हाल हैं रुद्रपुर एडिशन के अमर उजाला के...
हल्द्वानी। अमर उजाला हल्द्वानी और रुद्रपुर में सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है। संपादकीय प्रमुख अपने खास लोगों को आगे करके खुब माल बटोर रहे हैं। सीनियर रिपोर्टर संपादकीय प्रमुख खपा बताए जाते हैं। इस वजह से इन्होंने काम करना ही बंद कर दिया है। इसका उदाहरण हल्द्वानी के दो माह के एडिशन उठा के देखा जा सकता है कि सीनियर रिपोटर्स ने कितना काम किया है। इसके अलावा दैनिक जागरण और हिन्दुस्तान का हल्द्वानी एडिशन भी उठा के देखा जा सकता है।
जो खुद अपने स्ट्रिंगरों को सौ-डेढ़ सौ रुपये देता है, वह मजदूरों को सौ रुपये मिलने पर हैरानी जताता है
आज मैं एक न्यूज़ चैनल पर महाराष्ट्र के लातूर से पानी की किल्लत से लोगो की परेशानियो से जुडी एक स्टोरी देख रहा था, तो चैनल पर ग्राउंड रिपोर्ट चल रही थी जिसमे रिपोर्टर से रोज मजदूरी करने वाले लोग मजदूरी न मिलने से अपने घरो की परेशानिया बता रहे थे मजदूरी करने वाले लोग कह रहे थे की मजदूरी 350 रूपये हैं लेकिन इन दिनों लोग उनको 100 रूपये में भी मजदूरी पर ले जाए तो वो चले जाते हैं क्योकि उनके पास काम नहीं हैं। तो रिपोर्टर बड़ी हैरानी से उनसे कह रहे थे की 100 रूपये रोज में उनका घर का खर्चा कैसे चलता होगा, जबकि वो खुद एक प्रदेशिक चैनल के चैनल हैड भी हैं, जिसमे अपने स्ट्रिंगरों को वो 150 से 200 रूपये स्टोरी के हिसाब से पैमेंट करते हैं और वो भी 3 से 4 महीने लेट देते हैं।
पियो पिलाओ-सरकार बनाओ
1.
इस देश में पूंजीवाद कितना हावी है, उच्च शिक्षा की फीस में तिगुनी फीस वृद्धि किया जाना इसका ताजा उदाहरण है । देश में गरीबों के बच्चे सर्वशिक्षा अभियान में ही पॉंचवी कक्षा तक पढ़ पायगें । प्राईवेट स्कूलों में कितनी लूट मची है इससे हर कोई वाकिफ है । बजाय इसे रोकने का इंतजाम करने के सरकार ने आईआईटी जैसी पढ़ाई की फीस 80 हजार से बढ़ाकर 2 लाख रूपये कर दी है । यह भी पूरे कोर्स की फीस नहीं है । जाहिर है कि गरीब मॉं बाप अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलवाने का सपना भी नहीं देख सकते । उच्च शिक्षा में अब केवल पैसे वाले या फिर आरक्षण की लड़ाई लड़कर आने वाले ही प्रवेश ले पायगें । वैसे ही देश में बहुत ज्यादा प्रोफेशनल हैं जो सरकार ने यह भलाई का कार्य कर दिया है । महंगाई कम करने की बजाय लोगों को मूलभूत अधिकारों से और वंचित किया जा रहा है । पैसे वाले पढ़ेगें, प्रतिस्पर्धा कम होगी, वही अफसर बनेगें, ज्यादा कमायगें, अपने बच्चों को पढ़ा पायगें । जी हजूरी के लिये गरीबों के बच्चे हैं हीं । पूंजीवादी सत्ता की गरीबों को अशिक्षित रखने की यह एक चाल नहीं तो और क्या है......?
इस देश में पूंजीवाद कितना हावी है, उच्च शिक्षा की फीस में तिगुनी फीस वृद्धि किया जाना इसका ताजा उदाहरण है । देश में गरीबों के बच्चे सर्वशिक्षा अभियान में ही पॉंचवी कक्षा तक पढ़ पायगें । प्राईवेट स्कूलों में कितनी लूट मची है इससे हर कोई वाकिफ है । बजाय इसे रोकने का इंतजाम करने के सरकार ने आईआईटी जैसी पढ़ाई की फीस 80 हजार से बढ़ाकर 2 लाख रूपये कर दी है । यह भी पूरे कोर्स की फीस नहीं है । जाहिर है कि गरीब मॉं बाप अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलवाने का सपना भी नहीं देख सकते । उच्च शिक्षा में अब केवल पैसे वाले या फिर आरक्षण की लड़ाई लड़कर आने वाले ही प्रवेश ले पायगें । वैसे ही देश में बहुत ज्यादा प्रोफेशनल हैं जो सरकार ने यह भलाई का कार्य कर दिया है । महंगाई कम करने की बजाय लोगों को मूलभूत अधिकारों से और वंचित किया जा रहा है । पैसे वाले पढ़ेगें, प्रतिस्पर्धा कम होगी, वही अफसर बनेगें, ज्यादा कमायगें, अपने बच्चों को पढ़ा पायगें । जी हजूरी के लिये गरीबों के बच्चे हैं हीं । पूंजीवादी सत्ता की गरीबों को अशिक्षित रखने की यह एक चाल नहीं तो और क्या है......?
ईमानदारी वफादारी का सिला मिला
हाजी मोहम्मद असलम खां (ऐडवोकेट) M.A. LLB, R/o ककरा कलां शाहजहाँपुर 15 साल पहले मा0 नसीमुद्दीन सिद्दीकी जी के ज़रिए बहुजन समाज पार्टी में शामिल हुए थे पूरी ईमानदारी वफादारी के साथ लगे रहे 2007 में किसी कारण टिकट नहीं मिला लेकिन पूरी ईमानदारी से पार्टी में लगे रहे संगठन उपाध्यक्ष कोषाध्यक्ष व ज़िला अध्यक्ष मुस्लिम समाज आदि पदों पर रहे व किसी कारण नहीं भी रहे लेकिन पार्टी का काम करते रहे मा0 सिद्दीकी साहब 15 साल पहले बहन कु0 मायावती जी के आदेश पर मुस्लिमो को जोड़ने के निकले थे उस वक़्त इस जिले से अकेले मोहम्मद असलम खां एडवोकेट ही जुड़े थे उस वक़्त मुस्लिम समाज का जिम्मेदार व्यक्ति बसपा के साथ होने पर बुरी नज़र से देखा जाता था लेकिन काफी प्रियासो से मुस्लिम समाज को बसपा से जोड़ने का काम करते रहे 2012 में टिकट नगर विधानसभा से मिला उस कांग्रेस और समाजवादी पार्टी से भी प्रत्याशी मुस्लिम समाज के आ गये व माहोल बी0एस0पी0 के खिलाफ होता चला गया
मीडियाकर्मी के पिता जी दो अप्रैल से लापता
एक हिंदी दैनिक के दिल्ली कार्यालय में प्रबंधक श्री एसपी बाबू के पिताजी श्री पीएम बाबू बीते दो अप्रैल से इंदिरापुरम, गाजियाबाद से लापता हैं. श्री एसपी बाबू का पद DGM - North यानी उप महाप्रबंधक, उत्तर भारत है.
हप्ता लेने के मामले में फरार पत्रकार उदय को हमारा महानगर दे रहा पनाह
मुंबई के गोवंडी पुलिस स्टेशन में है 9 महीने से उदय की तलाश
मुंबई : गोवंडी पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले राशनिंग दुकानदार नारायण नरसय्या की दूकान क्रमांक 44/ई/146 पर 9 अगस्त को अशोक मूलचंद गुप्ता,शकील गुलाब शेख और अब्दुल राशिद और फरार आरोपी उदयराज (गिरफ़्तारी पूर्व जमानत लिया ) टाटा सफारी से गाडी से आने के बाद अपने आप को पुलिस अधिकारी , रेशनिंग अधिकारी बताकर छापा मारे इसके बाद कार्यवाई करने की धमकी देने लगे । इस से घबराए दुकान मालिक गिड़गिड़ाने के बाद इन हप्ता खोरो ने कार्यवाई नही करने के लिए एक लाख की मांग किये | उसके बाद ५० हजार देने का तय हुआ | इस बिच एक व्यक्ति को इन पर संदेह होने के बाद इस की जानकारी पुलिस को दिया | इस सूचना के बाद जब पुलिस वंहा आई तो ये आरोपी भागने लगे | जिसमे से उदय भागने में सफल रहा लेकिन बाकी के तीनो पकडे गए |
मुंबई : गोवंडी पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले राशनिंग दुकानदार नारायण नरसय्या की दूकान क्रमांक 44/ई/146 पर 9 अगस्त को अशोक मूलचंद गुप्ता,शकील गुलाब शेख और अब्दुल राशिद और फरार आरोपी उदयराज (गिरफ़्तारी पूर्व जमानत लिया ) टाटा सफारी से गाडी से आने के बाद अपने आप को पुलिस अधिकारी , रेशनिंग अधिकारी बताकर छापा मारे इसके बाद कार्यवाई करने की धमकी देने लगे । इस से घबराए दुकान मालिक गिड़गिड़ाने के बाद इन हप्ता खोरो ने कार्यवाई नही करने के लिए एक लाख की मांग किये | उसके बाद ५० हजार देने का तय हुआ | इस बिच एक व्यक्ति को इन पर संदेह होने के बाद इस की जानकारी पुलिस को दिया | इस सूचना के बाद जब पुलिस वंहा आई तो ये आरोपी भागने लगे | जिसमे से उदय भागने में सफल रहा लेकिन बाकी के तीनो पकडे गए |
जी राजस्थान में सत्ता संतुलन का नया दौर
भड़ास महोदय, जी राजेस्थान के साथ नियती का खेल ही बड़ा अदभुत रहा है...कभी जयपुर तो कभी नोएडा...कभी पुरुषोत्तम वैष्णव हिट तो कभी रमेश चंद्रा का सिक्का...हालांकि इन सभी शक्तियों पर विराम लगता दिख रहा है...ताजा मामला जयपुर से नोएडा शिफ्ट करने का है जहां पुनित गोयनका के फरमान के बाद भी चैनल को नोएडा ले आया गया...मामला ये है कि पुरुषोत्तम अवार्ड शो से वसूली करता था और जी को माल देता ही नही था....
डीडी न्यूज़ भोपाल के चार्ज को लेकर खींचतान
भोपाल / डीडी न्यूज़ भोपाल इन दिनों अपने असली काम से ज्यादा अधिकारियों की खेंचतान में उलझा हुआ है , इन सबके पीछे एक खास गुट षड्यंत्र कर रहा है ,इस गुट की कोशिश है कि किसी भी तरह से डीडी न्यूज़ भोपाल के वर्तमान अधिकारियों को परेशान करके वहां का चार्ज लेना है ,ईस गुट के मुखिया हैं मनीष गौतम जो जबसे काठमांडू से आये है तब से डीडी न्यूज़ भोपाल का चार्ज लेने के लिए जी तोड़ कोशिश कर रहे है , साम दाम दंड नीति के महारथी इस अधिकारी की मंशा है कि किसी भी तरह से डीडी न्यूज़ भोपाल का चार्ज लेना है ,
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार हॉल ही में इन महाशय ने आला अधिकारीयों से मिन्नतें करके फर्जी तरीके से प्रसार भारती के माध्यम से डीडी न्यूज़ भोपाल का चार्ज लेने में कामयाबी पा ली लेकिन दो दिन बाद ही डीडी न्यूज़ मुख्यालय की प्रमुख ने आदेश रद्द करके उनका चार्ज लेने का सपना चकनाचूर कर दिया ।
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार हॉल ही में इन महाशय ने आला अधिकारीयों से मिन्नतें करके फर्जी तरीके से प्रसार भारती के माध्यम से डीडी न्यूज़ भोपाल का चार्ज लेने में कामयाबी पा ली लेकिन दो दिन बाद ही डीडी न्यूज़ मुख्यालय की प्रमुख ने आदेश रद्द करके उनका चार्ज लेने का सपना चकनाचूर कर दिया ।
नन्हीं सी उम्र में खेतों में बंदूक बोकर अंग्रेजो को भगाने की बात करने वाले भगत सिंह को सलाम
भगत सिंह 23 मार्च शहादत दिवस पर
उसने इंकलाब-जिदांबाद ये सोचकर नहीं कहा था, कि सत्ता पर काबिज भर होना है, सत्ता सुख भोगना है, अगर ऐसा ही होता तो वो कभी नहीं कहता कि इंकलाब से हमारा मतलब इस सामाजिक व्यवस्था को बदलना है, जो षोशण, अन्याय और झूठ पर टिकी हुई है ऐसी व्यवस्था न्याय नहीं करती साथ ही ये भी कहा कि हमारा ये संघर्श तब तक जारी रहेगा जब तक शोषण और लूट पर टिकी इस व्यवस्था का अंत नहीं हो जाता, इससे फर्क नहीं पड़ता कि हमे लूटने वाले गोरे अंग्रेज है, या फिर विषुद्ध भारतीय। भगत सिंह व्यवस्था परिवर्तन के अग्रदूत थे। उनका क्रांति लूट का खात्मा करता है।
उसने इंकलाब-जिदांबाद ये सोचकर नहीं कहा था, कि सत्ता पर काबिज भर होना है, सत्ता सुख भोगना है, अगर ऐसा ही होता तो वो कभी नहीं कहता कि इंकलाब से हमारा मतलब इस सामाजिक व्यवस्था को बदलना है, जो षोशण, अन्याय और झूठ पर टिकी हुई है ऐसी व्यवस्था न्याय नहीं करती साथ ही ये भी कहा कि हमारा ये संघर्श तब तक जारी रहेगा जब तक शोषण और लूट पर टिकी इस व्यवस्था का अंत नहीं हो जाता, इससे फर्क नहीं पड़ता कि हमे लूटने वाले गोरे अंग्रेज है, या फिर विषुद्ध भारतीय। भगत सिंह व्यवस्था परिवर्तन के अग्रदूत थे। उनका क्रांति लूट का खात्मा करता है।
भारत में लोकतंत्र अब भेड़तंत्र में बदल गया है अर्थात लोकतांत्रिक व्यवस्था बनी गुंडों के गिरोहों की चेरी
श्यामसिंह रावत
भारत में लोकतंत्र अब भेड़तंत्र में बदल गया है अर्थात् जिसने जितनी भेड़ें हांक लीं, वो उतना ही बड़ा गड़रिया। देश में अब भेड़ों को अपने-अपने बाड़ों मे कैद करने की रवायत ही चल पड़ी है। ताजा उदाहरण है देवभूमि कही जाने वाली उत्तराखण्ड की पवित्र धरती पर सत्ता के भूखे भेड़ियों द्वारा प्रदेश की जनता पर थोपा गया ऐसा ही जुगुप्साजनित एक घटनाक्रम।
भारत में लोकतंत्र अब भेड़तंत्र में बदल गया है अर्थात् जिसने जितनी भेड़ें हांक लीं, वो उतना ही बड़ा गड़रिया। देश में अब भेड़ों को अपने-अपने बाड़ों मे कैद करने की रवायत ही चल पड़ी है। ताजा उदाहरण है देवभूमि कही जाने वाली उत्तराखण्ड की पवित्र धरती पर सत्ता के भूखे भेड़ियों द्वारा प्रदेश की जनता पर थोपा गया ऐसा ही जुगुप्साजनित एक घटनाक्रम।
Fake reporters a headache for cops
Hyderabad : There has been a spate of complaints – from extortion to blackmail – against ‘reporters’ Considering the rise in the criminal complaints against ‘press reporters’, especially in the old city, the police are now planning to hold a meeting with journalists’ unions, media and newspaper managements soon. Senior police officials of the city police are puzzled following a spate of complaints, ranging from extortion to blackmail and cheating cases, against ‘reporters’.
महिला पत्रकार के साथ अभद्रता हाथ पकड़ प्रचार्य ने किया बाहर
स्कूल में समुहीक नकल की सुचना मिलने पर कबरेज करने पहुचीं थी महिला पत्रकार
क्या यही है एक महिला और वो भी देश का चौथा स्थम्भ का सपा सरकार में सम्मान इज्जत कि उसे जब चाहे जो भी पुरुष चाहे जलील कर दे इंसाफ की आवाज न्यूज पेपर की ब्यूरो चीफ पल्लवी त्रिपाठी घुघंली के डी ए वी नारंग इंटर कॉलेज में समुहीक नकल की सुचना मिली और वो खबर कवरेज करने स्कूल गई जहाँ देखा कि प्रिन्सिपल के ऑफीस मे हि बच्चो को किताब दे कर नक़ल कराई जा रही थी जिसे पल्लवी जी स्वयम अपनी आँखो से देखा और प्रिन्सिपल से बात करने कि प्रयास कि तो प्रिन्सिपल ने पल्लवी को धक्के दे के बाहर निकाल दिया और बोले कि चलिये बाहर जाईयें मीडिया बनी घुमती है आगई पत्रकार बन के
क्या यही है एक महिला और वो भी देश का चौथा स्थम्भ का सपा सरकार में सम्मान इज्जत कि उसे जब चाहे जो भी पुरुष चाहे जलील कर दे इंसाफ की आवाज न्यूज पेपर की ब्यूरो चीफ पल्लवी त्रिपाठी घुघंली के डी ए वी नारंग इंटर कॉलेज में समुहीक नकल की सुचना मिली और वो खबर कवरेज करने स्कूल गई जहाँ देखा कि प्रिन्सिपल के ऑफीस मे हि बच्चो को किताब दे कर नक़ल कराई जा रही थी जिसे पल्लवी जी स्वयम अपनी आँखो से देखा और प्रिन्सिपल से बात करने कि प्रयास कि तो प्रिन्सिपल ने पल्लवी को धक्के दे के बाहर निकाल दिया और बोले कि चलिये बाहर जाईयें मीडिया बनी घुमती है आगई पत्रकार बन के
dainikbhaskar.com लखनऊ में एकबार फिर कुछ सही नहीं चल रहा।
dainikbhaskar.com लखनऊ में एक बार फिर कुछ सही नहीं चल रहा। भोपाल से भेजे गए सुशील तिवारी असली पत्रकारिता छाेड़ रिपोर्टरों से केवल चूतिया टाइप और कॉपी-पेस्ट खबर करवाने में लगे हुए है। बड़ी खबरे छूट जाए लेकिन पेज-3 टाइप खबरे नहीं छूटनी चाहिए जिससे केवल पीवी आए और जिसका खबर और जनता से कुछ नहीं लेना देना होता है। जिम्मेदारी पूरे यूपी के है लेकिन, मतलब केवल flickert type खबरों से है। अधिक पेज व्यू आने का जो दंभ भरा जा रहा है कोई पूछे कि PV from UP and Centers कितनी है। और जो पीवी है वह To UP है। ऐसे में ऊपर बैठे लोगों को क्या यह नही दिखाई
Loksatta अखबार ने मदर तेरेसा के खिलाफ कड़ी भाषा में लिखा अपना सम्पादकीय पीछे लिया और माफ़ी भी मांगी
Loksatta अखबार ने मदर तेरेसा के खिलाफ कड़ी भाषा में लिखा अपना सम्पादकीय पीछे लिया और माफ़ी भी मांगी... मराठी अखबार के इतिहास में यह पहली बार हुआ है.....
The ‘Miracle’ Of Mother Teresa And A Curious Case Of A Daily’s Editorial
—Marathi daily ‘Loksatta’ publishes an editorial critical of Mother Teresa
—Withdraws and apologises for it the next day
Why?
The ‘Miracle’ Of Mother Teresa And A Curious Case Of A Daily’s Editorial
—Marathi daily ‘Loksatta’ publishes an editorial critical of Mother Teresa
—Withdraws and apologises for it the next day
Why?
पत्रकार संजय पर हमला, आईनेक्स्ट रिपोर्टर पर हमले की मामले की जांच होगी
गोरखपुर के सलेमपुर में दैनिक जागरण के प्रभारी संजय यादव पर अराजकों ने किया हमला। मार-पीट कर किया घायल। हमलावरों पर मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करे उन्हें प्रशासन। ऐसा न होने पर आन्दोलन जरूरी। संजय के गांव में विवाद हुआ है। प्रधान के साथ सम्भवतः चुनाव को लेकर कुछ रंजिश रही होगी। लेकिन यह गलत है। कानूनी कार्यवाही जरूर होनी चाहिए नहीं तो आंदोलन करना होगा। सलेमपुर प्रभारी दैनिक जागरण के संजय यादव पर हमला करने वाले हमलावरो को पुलिस गिरफ्तार नही की तो सलेमपुर कोतवाली पर आमरण अनशन किया जायेगा
टाइम्स ऑफ़ इण्डिया के प्रदीप ठाकुर बने ईस्ट-वेस्ट सेंटर का 2016 जेफ़र्सन फेलो
टाइम्स ऑफ़ इण्डिया के प्रदीप ठाकुर बने ईस्ट-वेस्ट सेंटर का 2016 जेफ़र्सन फेलो. चीन, जापान और हवाई की यात्रा पर जायेंगे. दुनिया के दस देशों के तरह प्रिंट और इलेट्रॉनिक पत्रकार को मिला यह फेलो ...
स्मृति ईरानी के नाम एक भाजपा समर्थक छात्र का खुला ख़त
माननीय स्मति ईरानी जी
मानव संसाधन विकास मंत्री
भारत सरकार
महोदया,
सबसे पहले तो आपको अवगत कराना है कि मैं भाजपा का दीघर्कालिक समर्थक रहा हूं. जबसे मैने राजनीति में दिलचस्पी लेना शुरू किया मुझे सारी पार्टियों में भाजपा ही सबसे ज़्यादा लोकतांत्रिक और बेहतर विकल्प दिखाई दी. मगर आज हैदराबाद केन्द्रीय विश्वविद्यालय में छात्रों के साथ प्रशासन जिस तरह का अमानवीय और अलोकतांत्रिक सुलूक कर रहा है इससे मैं बहुत आहत हूं. एक भाजपा समर्थक होते हुए भी मैं उच्च शिक्षा और विद्यार्थी हित को लेकर भाजपा की नीतियों से बिल्कुल संतुष्ट नहीं हो पा रहा हूं, और सिर्फ मैं ही नहीं बल्कि मेरे जैसे सैंकड़ों भाजपा समर्थक छात्र हैं जो उच्चशिक्षा, छात्र-अधिकार, नॉन-नेट फैलोशिप और हैदराबाद सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी के मामले में पार्टी की नीतियों से असंतुष्ट हैं. क्योंकि इन सभी मुद्दों पर भाजपा का पक्ष संतोषजनक और स्पष्ट नहीं रहा है.
मानव संसाधन विकास मंत्री
भारत सरकार
महोदया,
सबसे पहले तो आपको अवगत कराना है कि मैं भाजपा का दीघर्कालिक समर्थक रहा हूं. जबसे मैने राजनीति में दिलचस्पी लेना शुरू किया मुझे सारी पार्टियों में भाजपा ही सबसे ज़्यादा लोकतांत्रिक और बेहतर विकल्प दिखाई दी. मगर आज हैदराबाद केन्द्रीय विश्वविद्यालय में छात्रों के साथ प्रशासन जिस तरह का अमानवीय और अलोकतांत्रिक सुलूक कर रहा है इससे मैं बहुत आहत हूं. एक भाजपा समर्थक होते हुए भी मैं उच्च शिक्षा और विद्यार्थी हित को लेकर भाजपा की नीतियों से बिल्कुल संतुष्ट नहीं हो पा रहा हूं, और सिर्फ मैं ही नहीं बल्कि मेरे जैसे सैंकड़ों भाजपा समर्थक छात्र हैं जो उच्चशिक्षा, छात्र-अधिकार, नॉन-नेट फैलोशिप और हैदराबाद सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी के मामले में पार्टी की नीतियों से असंतुष्ट हैं. क्योंकि इन सभी मुद्दों पर भाजपा का पक्ष संतोषजनक और स्पष्ट नहीं रहा है.
अंग महिला सम्मेलन में मीडियामोरचा व बढ़ते कदम की संपादक सहित कई महिलाएं सम्मानित
भागलपुर। भागलपुर में 26 मार्च से आयोजित दो दिवसीय अंग महिला सम्मेलन में वेब पत्रिका मीडियामोरचा और बढ़ते कदम की संपादक व संचालक डॉ लीना सहित कई महिलाओं को सम्मानित किया गया। डा. लीना भागलपुर की रहने वाली है और पटना में रह कर दो वेबसाइट संचालित करती आ रही है। पिछले कई वर्षो से मीडिया से जुड़ी है और लगातार सक्रिय है।
सहारा की सच्चाई ... फिल्ड रिपोर्टर का दर्द
आदरणीय श्रधेय उपेन्द्र राय जी
माननीय सी इ ओ
सहारा प्रकासन समूह नॉएडा
आदरणीय उपेन्द्र जी सदर नमस्कार ,पत्र का मजमून काफी शिकायतों से भरा है पर सत्य की कसौटी पर लिखा गया है जो सबके दिलों की बात है हकीकत है इसमें कोई फ़साना नहीं है ,मीटिंग में सभी बातें नहीं कही जा सकती है लिहाज़ा इस हकीकत को पत्र के जरिये आपसब तक संप्रेषित कर रहा हूँ ,हो सकता है पत्र के कुछ मजमून आपको गुस्सा दिलाये या फिर चैनल के लिहाज़ से आपके पद के लिहाज़ से अच्छी ना हो पर है सभी तथ्य पर खरे है, हर मीटिंग में यह बात उठती है की फिल्ड रेपोटरो को आई कार्ड दिया जा रहा है पर यह कभी हकीकत नहीं बन सका कई बार फोटो भी मंगाए गए लेकिन कभी कार्ड के दर्शन नहीं हो पाए ठीक उसी तर्ज़ पर जैसे फ़ोनों के लिए दर्ज़नो बार फोटो मंगाए गए पर कभी फ़ोनों में इसका इस्तेमाल नहीं किया गया स्टाफ़रो को छोड़कर
माननीय सी इ ओ
सहारा प्रकासन समूह नॉएडा
आदरणीय उपेन्द्र जी सदर नमस्कार ,पत्र का मजमून काफी शिकायतों से भरा है पर सत्य की कसौटी पर लिखा गया है जो सबके दिलों की बात है हकीकत है इसमें कोई फ़साना नहीं है ,मीटिंग में सभी बातें नहीं कही जा सकती है लिहाज़ा इस हकीकत को पत्र के जरिये आपसब तक संप्रेषित कर रहा हूँ ,हो सकता है पत्र के कुछ मजमून आपको गुस्सा दिलाये या फिर चैनल के लिहाज़ से आपके पद के लिहाज़ से अच्छी ना हो पर है सभी तथ्य पर खरे है, हर मीटिंग में यह बात उठती है की फिल्ड रेपोटरो को आई कार्ड दिया जा रहा है पर यह कभी हकीकत नहीं बन सका कई बार फोटो भी मंगाए गए लेकिन कभी कार्ड के दर्शन नहीं हो पाए ठीक उसी तर्ज़ पर जैसे फ़ोनों के लिए दर्ज़नो बार फोटो मंगाए गए पर कभी फ़ोनों में इसका इस्तेमाल नहीं किया गया स्टाफ़रो को छोड़कर
दबंग की दबंगई बचाने गए पत्रकार को ही हटाया
दैनिक दबंग दुनिया जबलपुर में इन दिनों अफरा तफरी मची हुई है। मालिक वाधवानी को इस समय यही समझ नही आ रहा है कौन सा कर्मचारी उनका हितैषी है और कौन सा नहीं है। दबंग दुनिया जबलपुर के शुरूआती समय से कार्य करते रहे पत्रकार सौरभ निगम को वाधवानी जी ने मात्र इस बिना पर हटा दिया कि वे बगैर अनुमति के उनसे मिलने इंदौर कैसे पहुंच गए।
Holi ke din I next Gorakhpur ke crime reporter ke ghar par hamla
Holi ke din I next Gorakhpur ke crime reporter ke ghar par hamla Ho gya... Jisme ghar ke sabhi sadsyon ko Gambhir chot aayi hai... Is mamle Mein najdiki chaumi incharge Ki bhopmika behad sandigdh rahi hai.... Gorakhpur press club ka Pritinidhimandal DM Aur SSP se mulakat kar karvai Ki maang Ki hai.... Lekin i next sansthan ke uchha adhikariyon ne ab tak crime reporter ka has chal tak nahi kiya hai.... Crime reporter Arun Kumar in Dino khabro ke Madhyam se apna badla nikal rahe hai... Lekin sansthan ke uchhch adhikri chuppi saadh rakhe hai...
एमा में सबकुछ ठीकठाक नहीं, खेमेबाजी का खेल जारी
औरंगाबाद(बिहार) । औरंगाबाद में बड़े तामझाम के साथ एकजुट हुये भोकाल मीडिया के साथियों ने इलेक्ट्रोनिक मीडिया एसोसियेशन, औरंगाबाद (एमा) के नाम से एक संगठन तो बनाया लेकिन एमा में अब सबकुछ ठीकठाक नहीं है । संगठन में खेमेबाजी का खेल जारी है । संगठन की पिछली कई बैठकों में संगठन के सदस्य आने से परहेज कर रहे हैं । वजह अध्यक्ष प्रियदर्शी किशोर श्रीवास्तव का चाटुकारों से घिर जाना है । दरअसल औरंगाबाद में खेमों में बंटे इलेक्ट्रोनिक मीडिया के पत्रकार साथियों ने बड़ी शिद्दत के साथ एकजुटता की जरूरत को महसुस किया था । यही वजह है कि सभी एक-दुसरे से तमाम तरह के गिले शिकवों को भुलाते हुये एक मंच पर आये थे । एक मंच पर सब के आने से ही यह संगठन अस्तित्व में आया था ।
गलत खबर छापने पर क्राइम रिपोर्टर को महिला ने आफिस में घुसकर पीटा
इलाहाबाद में दैनिक जागरण के आफिस में घुसकर एक महिला ने गलत खबर छापने वाले क्राइम रिपोर्टर को पीट दिया. इस घटना की चर्चा पूरे शहर में है. दैनिक जागरण इलाहाबाद के क्राइम रिपोर्ट गुप्ता के बारे में बताया जाता है कि उन्होंने एक महिला को लेकर गलत सलत खबर का प्रकाशन अखबार में कर दिया. इससे नाराज महिला दैनिक जागरण के आफिस पहुंच गई.
पत्रकार भवन का प्रस्ताव पास, गाजीपुर के पत्रकारों में हर्ष
गाजीपुर। नगर पालिका परिषद गाजीपुर की 29 मार्च को आयोजित बोर्ड बैठक में गाजीपुर पत्रकार एसोसिएशन के कार्यालय भवन हेतु रोडवेज स्थित लालबहादुर शास्त्री पुस्कालय के पास खाली पड़े उपयुक्त स्थान की मांग किये जाने पर सभासद चन्दन सोनू सिंह के प्रस्ताव व नगर पालिका अध्यक्ष विनोद अग्रवाल की सहमति पर सभी सभासदों ने एकस्वर में ध्वनि मत से पारित कर दिया। जिसके लिए संरक्षक गुलाब राय, अध्यक्ष अनिल कुमार उपाध्याय, महामंत्री चन्द्रकुमार तिवारी, कोषाध्यक्ष विनोद गुप्ता, विनय कुमार सिंह ने सभी उपस्थित सभासदों व अध्यक्ष विनोद अग्रवाल को धन्यवाद दिया।
हमें तो अपनों ने लूटा, गैरों में कहाँ दम था?
कांग्रेस लोकसभा चुनाव के बाद से एक बार फिर से अपने सबसे मुश्किल दौर में जी रही है। कांग्रेस की जो हालत 2014 के आम चुनावों में हुई थी, उससे कहीं ज्यादा बुरी 2016 में हो रही है। 2014 के बाद से कांग्रेस ने हर जगह ठोकरें ही खाई है। कांग्रेस उस हर जगह कमज़ोर होती चली गई जहाँ उसकी जडें मज़बूत थी। एक के बाद एक लगातार हुई हार से कांग्रेस अपना आत्मविश्वास और जनता में अपना विश्वास खोती चली गई। हालाँकि इसी तरह का मंज़र कांग्रेस 1977 के आम चुनाव में भी देख चुकी थी जब इंदिरा गांधी द्वारा देश में आपातकाल लगा दिया गया और इस आपातकाल के विरोध में जनता ने कांग्रेस का तख्तापलट कर केंद्र में जनता पार्टी की सरकार को बैठा दिया। लेकिन इंदिरा गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने 351 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की। हालाँकि 1977 का दौर अलग था और 2014 का दौर अलग। बुद्धिजीवियों द्वारा कांग्रेस की 1980 की सत्ता वापसी का उदहारण देते रहे और कांग्रेस के पुनर्जन्म की भविष्यवाणियां करने लगे। लेकिन कांग्रेस पार्टी की वर्तमान स्थितियों को देखते हुए 2019 में कांग्रेस के पुनर्जन्म होने की भविष्यवाणी या अटकलें लगाना शायद सही नहीं होगा।
नेताजी की छोटी बहू का बड़ा फैसला
अजय कुमार, लखनऊ
लम्बे इंतजार के बाद सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव की राजनीति में धमाकेदार इंट्री हो ही गई। 2017 में होने वाले विधान सभा चुनाव के लिये समाजवादी पार्टी ने अपर्णा को लखनऊ के कैंट विधान सभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी घोषित किया है। अपर्णा यादव चुनाव लड़ने जा रही हैं और वह भी सपा के लिये कमजोर समझी जाने वाली कैंट विधान सभा सीट से इसका अंदाजा दूर-दूर तक न मीडिया लगा पाया और न ही राजनैतिक पंडित। कहा जाता है कि अपर्णा के टिकट का फैसला सीधे तौर पर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव द्वारा किया गया था और सीट चयन के मामले में पसंद अपर्णा की चली। नेताजी अपनी छोटी बहू को समाजवादी पार्टी के दबदबे वाली किसी सीट से चुनाव लड़ाना चाहते थे। ऐसा उन्होंने परिवार के करीब-करीब उन सभी सदस्यों के साथ किया जिन्होंने पहली-पहली बार चुनावी राजनीति में कदम रखा था, लेकिन इस रवायत को तोड़ते हुए अपर्णा ने अपने लिये ‘पथरीला पथ’ चुना है। वैसे अपर्णा के अलावा समाजवादी पार्टी ने 142 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट भी जारी कर दी है। यह वह सीटें हैं जिस पर 2012 के विधान सभा चुनाव में सपा को हार का सामना करना पड़ा था। इसी लिये अबकी इन सीटों पर ज्यादा तवज्जो दी जा रही है।
लम्बे इंतजार के बाद सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव की राजनीति में धमाकेदार इंट्री हो ही गई। 2017 में होने वाले विधान सभा चुनाव के लिये समाजवादी पार्टी ने अपर्णा को लखनऊ के कैंट विधान सभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी घोषित किया है। अपर्णा यादव चुनाव लड़ने जा रही हैं और वह भी सपा के लिये कमजोर समझी जाने वाली कैंट विधान सभा सीट से इसका अंदाजा दूर-दूर तक न मीडिया लगा पाया और न ही राजनैतिक पंडित। कहा जाता है कि अपर्णा के टिकट का फैसला सीधे तौर पर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव द्वारा किया गया था और सीट चयन के मामले में पसंद अपर्णा की चली। नेताजी अपनी छोटी बहू को समाजवादी पार्टी के दबदबे वाली किसी सीट से चुनाव लड़ाना चाहते थे। ऐसा उन्होंने परिवार के करीब-करीब उन सभी सदस्यों के साथ किया जिन्होंने पहली-पहली बार चुनावी राजनीति में कदम रखा था, लेकिन इस रवायत को तोड़ते हुए अपर्णा ने अपने लिये ‘पथरीला पथ’ चुना है। वैसे अपर्णा के अलावा समाजवादी पार्टी ने 142 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट भी जारी कर दी है। यह वह सीटें हैं जिस पर 2012 के विधान सभा चुनाव में सपा को हार का सामना करना पड़ा था। इसी लिये अबकी इन सीटों पर ज्यादा तवज्जो दी जा रही है।
कामरेड, बहुत पॉवरफुल है स्टेट, इंकलाब कैसे होगा?
बात 1990 के दशक की है। यूपी से एक कॉमरेड मुंबई पधारे थे। नरीमन प्वाइंट पर सागर की लहरें किनारों से टकराकर वापस लौट रही थीं। शुरुआती परिचय के आदान-प्रदान के बाद उस समय कविताई करने को मरे जा रहे हमारे साथी गीत चतुर्वेदी ने साहित्य से जुड़ी क्या बात की, उस तरफ मेरा ध्यान नहीं गया। मेरे मुँह से अकस्मात एक सवाल उछलाः कॉमरेड 1917 के मुकाबले आज स्टेट बहुत ही अधिक शक्तिशाली है, इंकलाब कैसे होगा। जवाब मिला हमारा साहित्य पढ़ो। कुछ अखबार और शायद एक त्रैमासिक पत्रिका वे होटल ताजमहल से बमुश्किल दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित पीपुल्स पब्लिशिंग हाउस (पीपीएच) पर दो गये थे।
कोल्लमः आस्था पर भारी अव्यवस्था
प्रभुनाथ शुक्ल
भारत में धर्म और आस्था को लेकर लोगों का खूब अटूट विश्वास है। धार्मिक भीरुता भी हादसों का करण बनती हैं। हम एक भूखे, नंगे और मजबूर की सहायता के बजाय दोनों हाथों से धार्मिक उत्सवों में दान करते हैं और अनीति, अधर्म और अनैतिकता का कार्य करते हुए भी हम भगवान और देवताओं से यह अपेक्षा रखते हैं कि हमारे सारे पापों धो डालेंगे। जिसका नतीजा होता है कि हादसे बढ़ते हैं और बेमौत लोग मारे जाते हैं। निश्चित तौर पर धर्म हमारी आस्था से जुड़ा है। लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि हम धर्म की अंध श्रद्धा में अपनी और परिवार की जिंदगी ही दांव लगा बैठे। आस्था पर एक बार भी अव्यवस्था भारी पड़ गयी। केरल राज्य स्थित कोल्लम के परवूर पुत्तिंगल मंदिर में आतिशबाजी के चलते 110 से अधिक भक्तों की जहां मौत हो गयी। वहीं 350 से अधिक लोग घायल हो गए। इस देवी मंदिर परिसर में भक्तों और आस्थावानों की भीड़ धार्मिक उत्सव मनाने जुटी थी लेकिन विधाता को यह मंजूर नहीं था।
भारत में धर्म और आस्था को लेकर लोगों का खूब अटूट विश्वास है। धार्मिक भीरुता भी हादसों का करण बनती हैं। हम एक भूखे, नंगे और मजबूर की सहायता के बजाय दोनों हाथों से धार्मिक उत्सवों में दान करते हैं और अनीति, अधर्म और अनैतिकता का कार्य करते हुए भी हम भगवान और देवताओं से यह अपेक्षा रखते हैं कि हमारे सारे पापों धो डालेंगे। जिसका नतीजा होता है कि हादसे बढ़ते हैं और बेमौत लोग मारे जाते हैं। निश्चित तौर पर धर्म हमारी आस्था से जुड़ा है। लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि हम धर्म की अंध श्रद्धा में अपनी और परिवार की जिंदगी ही दांव लगा बैठे। आस्था पर एक बार भी अव्यवस्था भारी पड़ गयी। केरल राज्य स्थित कोल्लम के परवूर पुत्तिंगल मंदिर में आतिशबाजी के चलते 110 से अधिक भक्तों की जहां मौत हो गयी। वहीं 350 से अधिक लोग घायल हो गए। इस देवी मंदिर परिसर में भक्तों और आस्थावानों की भीड़ धार्मिक उत्सव मनाने जुटी थी लेकिन विधाता को यह मंजूर नहीं था।
पत्रकारिता विश्वविद्यालय में आईबीएन-7 और सीएनबीसी आवाज के लिए चयन परीक्षा आयोजित
भोपाल, 11 अप्रैल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में मीडिया समूह नेटवर्क-18 की ओर से पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए चयन परीक्षा का आयोजन किया गया। इसमें विश्वविद्यालय के भोपाल, नोएडा और खंडवा परिसर के विद्यार्थियों ने भाग लिया। चयन परीक्षा के अगले चरण में चयनित विद्यार्थियों को साक्षात्कार के लिए आमंत्रित किया जाएगा। इस अवसर पर समाचार वाहिनी (न्यूज चैनल) आईबीएन-7 के वरिष्ठ एंकर एवं पत्रकार श्री सुमित अवस्थी ने विद्यार्थियों को सफल पत्रकार बनने और पत्रकारिता में मुकाम बनाने के लिए जरूरी सुझाव दिए।
Apr 6, 2016
पत्रकार प्रसून लतांत लाला जगत ज्योति प्रसाद स्मृति सम्मान से सम्मानित
मुंगेर। जानेमाने पत्रकार और
जनसत्ता के महानगर
संस्करण के संपादक
प्रसून लतांत को मुंगेर
के सूचना भवन
में आयोजित समारोह
में लाला जगत
ज्योति प्रसाद स्मृति सम्मान
से सम्मानित किया
गया। यह सम्मान
लाला जगत ज्योति
प्रसाद की 18 पुण्य तिथि
पर दिया गया।
उनके अलावा यह
सम्मान मुंगेर के युवा
कवि कुमार विजय
गुप्त को दिया
गया। सूचना भवन
में आयोजित समारोह
में यह सम्मान
सूचना एवं जनसंपर्क
के उपनिदेशक कमलाकांत
उपाध्याय ने दिया।
सम्मान समारोह की अध्यक्षता
डॉ मृदुला झा
ने की। समारोह
के विशिष्ट अतिथि
थे प्रसिद्ध समाजसेवी
राजकुमार सरावगी तथा विशिष्ट
अतिथि थीं मंजू
सिन्हा।
शिक्षा और लाचार व्यवस्था : 'गुदड़ी के लाल' वाली कहावत अपना अर्थ खो चुकी है
विवेक दत्त मथुरिया
हमारा सिस्टम कितना लाचार और बेबस है इसकी तस्दीक निजी स्कूलों में इस वक्त देखने को मिल जाएगी। निजी स्कूलों की मनमानी 'परम स्वतंत्र, सिर पर न कोई' वाली कहावत चरितार्थ रही है। अभिभावक बच्चों के बेहतर भविष्य के नाम पर निजी स्कूलों की मनमानी की त्रासदी झेलने को मजबूर हैं। निजी स्कूलों की मनमानी पर अंकुश के सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट और सरकारी आदेश-निर्देशों की अवहेलना हो रही है। शिक्षा राज्य का कल्याणकारी विषय है, पर पूरी तरह शिक्षा माफियाओं के कब्जे में है। प्रवेश शुल्क, किताब और यूनिफार्म के नाम पर मोटी कमाई की जा रही है। स्कूल संचालक प्रवेश फार्म में अभिभावक के पेशे से जुड़े कॉलम को देख कर एडमिशन को तय कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर शिक्षा के अधिकार से जुड़े आरटीई कानून को ठेंगे पर रखे हैं। गरीब बच्चों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
हमारा सिस्टम कितना लाचार और बेबस है इसकी तस्दीक निजी स्कूलों में इस वक्त देखने को मिल जाएगी। निजी स्कूलों की मनमानी 'परम स्वतंत्र, सिर पर न कोई' वाली कहावत चरितार्थ रही है। अभिभावक बच्चों के बेहतर भविष्य के नाम पर निजी स्कूलों की मनमानी की त्रासदी झेलने को मजबूर हैं। निजी स्कूलों की मनमानी पर अंकुश के सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट और सरकारी आदेश-निर्देशों की अवहेलना हो रही है। शिक्षा राज्य का कल्याणकारी विषय है, पर पूरी तरह शिक्षा माफियाओं के कब्जे में है। प्रवेश शुल्क, किताब और यूनिफार्म के नाम पर मोटी कमाई की जा रही है। स्कूल संचालक प्रवेश फार्म में अभिभावक के पेशे से जुड़े कॉलम को देख कर एडमिशन को तय कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर शिक्षा के अधिकार से जुड़े आरटीई कानून को ठेंगे पर रखे हैं। गरीब बच्चों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
Apr 5, 2016
कला हमारे जीवन का महत्वपूर्ण अंग है ,यह जीवन के हर पीढ़ी से जुड़ा है
भूपेंद्र कुमार अस्थाना (चित्रकार एवं क्यूरेटर)
लखनऊ , मंजरी इंस्टिट्यूट आफ म्यूजिक एंड फाइन आर्ट्स ,निराला नगर ,लखनऊ में चल रहे " आर्ट वीक " के दौरान आज कल संगोष्ठी हुई जिसमे कला स्रोत आर्ट गैलरी के क्यूरेटर एवं युवा चित्रकार भूपेंद्र कुमार अस्थाना ने सम्बोधित किया इस मौके पर मजरी इंस्टिट्यूट सभी ब्रांचों कला के छोटे बड़े बच्चे और अभिभावक उपस्थित मौजूद रहे ,इस संगोष्ठी में बच्चों को कार्टून ,कैरिकेचर,और कुछ कलाकारों के आर्ट वर्क दिखाया जिसे बच्चों ने बहुत ही आनंद के साथ देखा और विभिन्न प्रश्न भी किये और प्रश्नों के उत्तर भी दिए.
लखनऊ , मंजरी इंस्टिट्यूट आफ म्यूजिक एंड फाइन आर्ट्स ,निराला नगर ,लखनऊ में चल रहे " आर्ट वीक " के दौरान आज कल संगोष्ठी हुई जिसमे कला स्रोत आर्ट गैलरी के क्यूरेटर एवं युवा चित्रकार भूपेंद्र कुमार अस्थाना ने सम्बोधित किया इस मौके पर मजरी इंस्टिट्यूट सभी ब्रांचों कला के छोटे बड़े बच्चे और अभिभावक उपस्थित मौजूद रहे ,इस संगोष्ठी में बच्चों को कार्टून ,कैरिकेचर,और कुछ कलाकारों के आर्ट वर्क दिखाया जिसे बच्चों ने बहुत ही आनंद के साथ देखा और विभिन्न प्रश्न भी किये और प्रश्नों के उत्तर भी दिए.
यूपी में पुलिस हिरासत में हुई मौत की जांच के लिए दल पहुंचा पूरनपुर, देखें तस्वीरें
पूरनपुर कोतवाली में हिरासत में हुई मौत से भटका रही है पुलिस, निष्पक्ष विवेचना न्याय का आधार, घटना की हो सीबीआई जांच
पीलीभीत/लखनऊ 5 अप्रैल 2016। पूरनपुर कोतवाली में रजागंज मुहल्ले के शकील और सद्दाम की पुलिस हिरासत में हुयी मौत पर रिहाई मंच और एपीसीआर ने घटना स्थल का दौरा किया। जांच दल में रिहाई मंच के महासचिव राजीव यादव, शकील कुरैशी, शरद जायसवाल एपीसीआर के मुशफिक रजा खां, मोहतशिम खां व भाकपा माले के देवाशीष राय व नरेश जायसवाल शामिल थे।
पीलीभीत/लखनऊ 5 अप्रैल 2016। पूरनपुर कोतवाली में रजागंज मुहल्ले के शकील और सद्दाम की पुलिस हिरासत में हुयी मौत पर रिहाई मंच और एपीसीआर ने घटना स्थल का दौरा किया। जांच दल में रिहाई मंच के महासचिव राजीव यादव, शकील कुरैशी, शरद जायसवाल एपीसीआर के मुशफिक रजा खां, मोहतशिम खां व भाकपा माले के देवाशीष राय व नरेश जायसवाल शामिल थे।
Kannada actor-director Sandeep Malani To Play Negative Role In Pankaj Kamal's Political Drama
Kannada film actor and director Sandeep Malani, will soon be seen playing a negative role in upcoming Hindi political drama ‘Corruption – The Beginning of War’. The film which is directed by debutant director Pankaj Kamaml, will start rolling in the first week of April, 2016. In this film, Malani will be essaying the role of Police commissioner and his characterin the film has grey shades.
टेलीफिल्म "नहीं क़ुबूल" के लिए कलाकारों का चयन किया गया
वाराणसी के ग्रामीण परिवेश में फिल्माकंन कर बनने वाली टेली फिल्म "नहीं क़ुबूल" के लिय आज पात्रों का चयन किया गया. शुभिका प्रोडक्शन के बैनर तले वैभव पाण्डेय द्वारा निर्देशित 75 मिनट की इस टेली फिल्म का कथानक कानपुर के 'जन नाट्य मंच' के संस्थापक स्व. बृजेश शर्मा द्वारा लिखा गया है. कई नाट्य समूहों द्वारा इस कहानी पर आधारित नाटक का मंचन किया जा चूका है. इसे फिल्म के रूप में प्रदर्शित करने की कोशिश वाराणसी के कुछ नवोदित कलाकारों द्वारा की जा रही है.
चैनल के तीन साल पूरे होने पर ऑफिस में जश्न और मेरा जवाहर बाग़ में कथित सत्याग्रहियों के साथ 1.30 घण्टा....
मथुरा : कल हमारे चैनल 'समाचार 24' ने तीन साल पूरे किये... ऑफिस में लोगों का आना-जाना लगा था.. जश्न का मौका था.. तभी खबर आयी कि जवाहर बाग प्रकरण को लेकर कलेक्ट्रेट पर उपद्रव हुआ है... मै अपने दो अन्य सहयोगी महेश व अमित को साथ लेकर वहाँ के लिए निकल लिया.. लेकिन शायद हमें सूचना देर से मिली क्योंकि जब हम जवाहर बाग़ पहुंचे तब वहां कोई भी पुलिस या प्रशासन का अधिकारी नहीं था...
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