बिहार के किशनगंज के ETV (पत्रकार ) को सोशल मीडिया व्हाट्स एप्प पर भारतीय संविधान व उसके रचियता डॉक्टर भीमराव आंबेडकर के खिलाफ आपत्तिजनक टिपण्णी लिखना पड़ा महंगा । जिसके विरोध में किशनगंज बार एसोसिएशन के अधिवक्ता ने किशनगंज थाने में मामला दर्ज कराया। पुलिस युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कहते हैं कि शोशल मीडिया व्हाट्स एप्प सैकड़ों दोस्त को आपस में मधुर संबंध व एक दूसरे के हाल समाचार जानने के उद्देश्य से बनाया गया है। लेकिन व्हाट्स धीरे धीरे अपने उद्देश्य से भटक रहा है। जिसका ताजा उदाहरण है किशनगंज के एक युवक बृजेश कुमार दवारा सोशल मीडिया व्हाट्स एप्प के VIP ग्रुप पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शराब नीति एवं शराब पर पूर्ण प्रतिबंध का विरोध किया है। साथ ही उन्होंने भारत के संविधान व आंबेडकर के विरुद्ध भी आपत्तिजनक बातें लिखी। इसके अलावा सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ आपत्तिजनक शब्द भी लिखने से पीछे नहीं हटा।
जिसका विरोध कर जिले के वरिष्ठ अधिवक्ता इंद्रदेव ने पूरे मामले को गम्भीरता से लेते हुए पत्रकार के विरुद्ध थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराया। जिसमे धारा 500/501/504 /505 B /505 (2)/506 /295 (ए ) भा.द.सं. व एससी/एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम एवं 66 ए आदि धाराओं को उसके विरुद्ध लगाते हुए क़ानूनी करवाई करने का मांग अधिवक्ता ने किया है। अधिवक्ता ने बताया की , पुरे देश में बिहार सरकार के फैसले शराब पर पूर्ण पावंदी पर समर्थन मिल रहा है पर ये पत्रकार विरोध जता रहे है।
सच्चाई ये है की राज्य के अनेकों घर के चुल्हे मध निषेध आने से जलने लगे है। इतना ही नहीं समाज के अंतिम पायदान पर खड़ा दलित समाज के मुखिया कल तक अपना जीविका छोड़कर शराब के नशे में झूमते रहते थे ,आज वैसे घरों में दिवाली और होली की ख़ुशी मनायी जा रही है शराब पर पूर्ण पावंदी लगने के बाद। उन्होंने पुलिस प्रशासन से अभिलंब करवाई की मांग किया है ताकि घटना की पुनावृत्ति न हो सके। जब इस गंभीर मामले को लेकर किशनगंज अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी से संपर्क किया गया तो उन्होंने मामले की पुष्टि कर कहा की मामले की जांचो उपरांत करवाई की जा रही है।
अमित सिंह
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