भड़ास महोदय, जी राजेस्थान के साथ नियती का खेल ही बड़ा अदभुत रहा है...कभी जयपुर तो कभी नोएडा...कभी पुरुषोत्तम वैष्णव हिट तो कभी रमेश चंद्रा का सिक्का...हालांकि इन सभी शक्तियों पर विराम लगता दिख रहा है...ताजा मामला जयपुर से नोएडा शिफ्ट करने का है जहां पुनित गोयनका के फरमान के बाद भी चैनल को नोएडा ले आया गया...मामला ये है कि पुरुषोत्तम अवार्ड शो से वसूली करता था और जी को माल देता ही नही था....
अब जब से नोएडा में जयपुर के स्टाफ आए हैं तब से वे नोेएडा के कर्मचारियों पर आफत बनकर टूट रहे हैं...भाई साहब परेशानी का आलम ये है कि एक तो रमेश चंद्रा पुरुषोत्तम के आते ही भीगी बिल्ली बन जाता है...और दूसरी कि वे आते ही गुटबाजी का दौर शुरु कर दिए हैं...कहने में आ रहा है कि उन्हे ये कहकर लाया गया है कि उन्हे इतना ही परेशान कर दो कि नोएडा के स्टाफ को निकालने की वजह साबित हो जाए...एक तो पहले से नोएडा के स्टाफ परेशान थे अब और नई मुसीबत निकालने की...और रमेश चंद्रा के आदत में लड़कियों का शौक भी शुमार हो गया है...अब तो हमे भगवान ही बचाए...बाकि भड़ास भगवान...हमारी भड़ास छाप दो
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