कमला गोइन्का फाउण्डेशन एवं हिन्दी विद्यापीठ (केरल) के संयुक्त-तत्वावधान में आयोजित समारोह में वरिष्ठ अहिन्दी भाषी साहित्यकारों के सम्मानार्थ घोषित "बालकृष्ण गोइन्का हिन्दी साहित्य सम्मान" से तिरुवनन्तपुरम् (केरल) के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. एन. चन्द्रशेखरन नायर जी को विभूषित किया गया एवं केरल के सिरमौर फिल्म अभिनेता, हिन्दी-प्रेमी पद्मश्री मधु (माधवन नायर) जी को भी "दक्षिण ध्वजधारी सम्मान" से नवाजा गया।
अहिन्दी भाषी द्वारा अनूदित हिन्दी साहित्य के लिए इकतीस हजार रुपये का "बालकृष्ण गोइन्का अनूदित साहित्य पुरस्कार" से इस वर्ष कन्नूर (केरल) निवासी डॉ. प्रभाकरन हेब्बार इल्लत को स्वनामधन्य मलयालम लेखिका सुधारी के प्रख्यात उपन्यास "गंगा" के अनुसृजन के लिए प्रदान किया गया।
कमला गोइन्का फाउण्डेशन के प्रबंध न्यासी श्री श्यामसुन्दर गोइन्का ने पुरस्कृत साहित्यकारों के हिन्दी साहित्य के योगदान के लिए सराहा व संस्था का परिचय दिया। डॉ. चन्द्रशेखरन नायर जी, डॉ. मधु जी तथा डॉ. प्रभाकरन ने अपने सम्मान का आभार व्यक्त करते हुए कमला गोइन्का फाउण्डेशन को धन्यवाद दिया।
समारोह के अध्यक्ष पद्मश्री डॉ. वेळ्ळायणि अर्जुनन ने कमला गोइन्का द्वारा हिन्दी साहित्य के प्रति किये जा रहे कार्यों की भरपूर सराहना की। कार्यक्रम का संचालन सुश्री रंजीतारानी ने किया। अंत में डॉ. विश्वम ने आभार व्यक्त किया।
समारोह कमला गोइन्का फाउण्डेशन एवं हिन्दी विद्यापीठ (केरल) के संयुक्त-तत्वावधान में तिरुवनन्तपुरम् प्रेस क्लब के सभागृह में आयोजित किया गया। इस अवसर पर केरल पुरस्कार समिति के सदस्य डॉ. सुरेन्द्रन आरसू, डॉ. विनयचन्द्रन, प्रो. तंकमणि अम्मा, डॉ. प्रसन्नाकुमारी एवं डॉ. शांति सहित अनेक हिन्दी साहित्य रसिक उपस्थित थे।
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