मुम्बई । नव भारत मुंबई के रिपोर्टर और डेस्क इंचार्ज तक को पता ही नहीं है कि संयुक्त पुलिस आयुक्त और सहायक पुलिस आयुक्त में फर्क क्या है... आज नव भारत प्लस के चार नम्बर पेज पर भिवंडी की एक खबर छपी जिसका हैडिंग थी "अलहुसैनी कमेटी ने कराया सामूहिक विवाह, सहायक पुलिस आयुक्त ने दिया आशीर्वाद".
वी वी लक्ष्मी नारायणन ठाणे के जॉइंट पुलिस आयुक्त हैं और नव भारत ने अपनी खबर में सहायक पुलिस आयुक्त लिख दिया जबकि ठाणे जिले में सहायक पुलिस आयुक्त कई दर्जन हैं और जॉइंट पुलिस आयुक्त एक हैं. ऐसे में नवभारत के रिपोर्टर और डेस्क इंचार्ज के विवेक का अंदाजा अच्छी तरह लगाया जा सकता है। आज छपी इस खबर की चर्चा ठाणे के मीडिया और पुलिस महकमे में ज़ोर शोर से हो रही है। कुछ लोग तो यह भी कहते सुने गए कि साहब का डिमोशन हो गया है। महाराष्ट्र के हिंदी अख़बारों के रिपोर्टर और डेस्क और सम्पादकों की समझ का अंदाज़ा लगाया जा सकता है और ऐसी गलती रोज़ हिंदी के अख़बार ठाणे और मुम्बई में कर रहे हैं।
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